Sirmaur Police : ग्रामीणों ने ADC और SSP कार्यालय का किया घेराव, मुर्दाबाद के लगाए नारे
कालाअंब थाना के मुख्य आरक्षी जसवीर सैनी के लापता होने के बाद जहां परिजनों सहित ग्रामीणों का गुस्सा फूटता जा रहा है। वही सिरमौर पुलिस की करनी और कथनी सामने आने लगी है। हिमाचल प्रदेश की Sirmaur Police किस तरह मामले दर्ज करने में कालिख पोथती है। यह खुलासे जनता के सामने आ रहे है। अभी सब कुछ स्पष्ट होना बाकी है। लेकिन मामले के अंत तक जिला सिरमौर में पुलिस अधिकारियों पर गाज गिरेगी इससे नकारा नहीं जा सकता है।
जसवीर सैनी के लापता होने के बाद पुलिस खुद का बचाव करने के लिए जहां कागज़ी लीपा पोथी में जुटी हुई है। वहीं गुस्साए ग्रामीणों ने जिला सिरमौर पुलिस अधीक्षक रमन मीणा का इस्तीफा मांगने के साथ एसएसपी पर उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे है।
SSP के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे
वीरवार को मुख्य आरक्षी जसवीर सिंह के परिजनों और ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार को सख्त कार्रवाई करने को लेकर ज्ञापन सौंपा है। अतिरिक्त उपायुक्त एलआर वर्मा और जिला पुलिस अधीक्षक रमन मीणा के कार्यालय की घेराबंदी करके धरना दिया है। गुस्साई भीड़ ने सिरमौर एसपी के “मुर्दाबाद” जैसे शब्दों का इस्तेमाल करके नारे लगाए है। जो Sirmaur Police के अधिकारियों का हाजमा खराब नहीं बल्कि बहुत खराब कर रहा है।
दूसरी तरफ हिमाचल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. राजीव बिंदल ने हिमाचल की सुक्खू सरकार पर लचर कानून व्यवस्था को लेकर आरोप लगाए है।
नवादा पंचायत प्रधान मेहराज खातून ने सख्त लहजे में चेताया
गुस्साए ग्रामीणों में नवादा पंचायत प्रधान मेहराज खातून ने सख्त लहजे में बताया कि भाई सुरक्षित नहीं लौटा तो एसएसपी सिरमौर को दफ्तर से घसीट कर बाहर निकाला जाएगा। हमें हर हाल में जसवीर सुरक्षित वापस चाहिए, गाव की महिलाओं ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रमन मीणा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जसवीर के तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं, वो ईमानदारी से काम कर रहा था, लेकिन मानसिक तौर पर इतना प्रताड़ित कर दिया कि दो दिन बाद भी लापता जसवीर का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
जसवीर मंगलवार की रात से लापता है। उसका फोन व गाड़ी, थाना में पड़े रहे, लेकिन सुबह तक किसी ने ये जानने की कोशिश नहीं की कि वो कहां है। इसलिए यदि जसवीर को कुछ हुआ तो पुलिस अधीक्षक को घसीटते हुए लेकर जाएंगे, फिर जितने मर्जी कैस बना लेना, लेकिन एसएसपी रमन मीणा को किसी भी हाल में नही छोड़ा जाएगा।
मामले में हिमाचल प्रदेश के कालाअंब थाना के मुख्य आरक्षी जसवीर सैनी सिरमौर अधीक्षक से मिलने के बाद, मंगलवार शाम से लापता है। जिसके बाद सोशल मीडिया में तेजी से जसवीर सैनी का आखिरी वीडियो वायरल हो रहा है। पांवटा साहिब में नवादा गांव के रहने वाले मुख्य आरक्षी जसवीर सिंह बीते तीन दिनों से लापता है।
जसवीर सैनी ने वायरल वीडियो में अधिकारियों की प्रताड़ना के साथ कार्य करने की बातें कही है। साथ ही अधिकारियों द्वारा लगातार प्रताड़ित करने पर मानसिक तनाव बढ़ने की बातों के साथ मरने की बातें कहीं है। जो सिरमौर पुलिस की करनी और कथनी बता रही है।
एसएसपी ने नहीं की परिजनों से मुलाकात
मामले में Sirmaur Police खुद व खुद फंसती नज़र आ रही है। दरअसल मंगलवार शाम को जसवीर सैनी लापता हो गए थे लेकिन सिरमौर पुलिस ने लापता मुख्यआरक्षी की सूचना न परिजनों को दी, न ही अपने कार्यालय में सूचना को लेकर कोई प्रेस रिलीज जारी की गई, जिसके बाद सिरमौर पुलिस पर ग्रामीणों का शक अधिक गहरा होता जा रहा है।
इतना ही नहीं बल्कि जसवीर सिंह के परिजन व ग्रामीण वीरवार शाम 3:00 बजे तक पुलिस थाना में बैठे रहे, लेकिन सिरमौर पुलिस अधीक्षक ने उनसे दूरियां बनाए रखी है, जो सीधे तौर पर एसएसपी सिरमौर की कार्यप्रणाली में सवालिया निशान खड़े करता है। हालांकि तीसरा दिन बीतने के बाद Sirmaur Police ने जसबीर सिंह सैनी के लापता होने पर पोस्टर जरूर निकाले हैं लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ खास नजर नहीं आया है।
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Sirmaur Police की कार्यप्रणाली कटघरे में
यहां बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि पुलिस ने आखिर मुख्य आरक्षी जसबीर सैनी के परिवार वालों को लापता होने की सूचना क्यों नहीं दी, यदि जसवीर सैनी की कार्यप्रणाली में अनियमितताएं पाई थी तो जसवीर सैनी को लाइन हाजिर या सस्पेंड किया जाना उचित था, और यही नियमानुसार कार्यवाही बनती है, लेकिन Sirmaur Police ने ऐसा नहीं किया है। इस तरह के दर्जनों सवाल सिरमौर पुलिस पर लग रहे हैं जिसके कारण Sirmaur Police की कार्यप्रणाली कटघरे में खड़ी होती नजर आ रही है।
मुख्य आरक्षी जसवीर सैनी के लापता होने के बाद जिला Sirmaur Police के अधिकारियों ने मीडिया से भी दूरियां बना ली है। पुलिस का कोई भी अधिकारी मीडिया से नहीं मिल रहा है। इसलिए कई तरह के सवाल खड़े होते नजर आ रहे हैं। सवाल यह भी उठ रहा है कि आखिर ऐसा क्या है जो सिरमौर पुलिस के अधिकारी बीते तीन दिनों से मीडिया के सामने आने से कतरा रहे हैं। और मामले में मीडिया से छुपाने की कोशिश कर रहे हैं।