22 मई को महाविद्यालय Shillai में संपन्न होगा दूसरा चुनावी प्रशिक्षण
Shillai : लोकसभा चुनाव को लेकर Shillai महाविद्यालय में सहायक निर्वाचन अधिकारी के नेतृत्व में चुनावी गतिविधियों को लेकर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है। परीक्षण शिविर में पीठासीन सहायक, युवा चुनाव दल, महिला चुनाव दल, दिव्यांगजन चुनाव दल सहित लगभग 324 चुनाव पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया है।
Shillai महाविद्यालय में ईवीएम, वीवीपैट, चुनावी दस्तावेजीकरण पर संपन्न हुआ प्रशिक्षण
चुनाव परीक्षण के दौरान ईवीएम, वीवीपैट, चुनावी दस्तावेजीकरण सहित चुनाव में मतदान के दौरान आने वाली विभिन्न समस्याओं का समाधान कैसे किया जाना है पर प्रशिक्षण दिया गया है। जबकि Shillai महाविद्यालय के अंदर लोकसभा चुनाव को लेकर 22 मई को दूसरा परीक्षण प्रदान किया जाएगा और उसके बाद विधानसभा में सभी पोलिंग बूथ के लिए टीमें गठित करके चुनाव संपन्न करवाने के साथ साथ Shillai विधानसभा के अंदर शत प्रतिशत वोटिंग करवाने के लिए संबंधित टीमों को निर्देश पारित होंगे।
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इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (जिसे ईवीएम भी कहा जाता है) इलेक्ट्रॉनिक साधनों का प्रयोग करते हुए वोट डालने या वोटों की गिनती करने के कार्य को करने में सहायता करती है।
यह है ईवीएम मशीन से चुनाव में वोटिंग करवाने का तरीका: कंट्रोल यूनिट, बैलट यूनिट दो भागों में ईवीएम का कार्य
ईवीएम(इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) को दो यूनिटों से तैयार किया गया है। एक कंट्रोल यूनिट और दूसरा बैलट यूनिट कहलाता है। दोनों यूनिट को यूनिटों केबल के माध्यम से एक-दूसरे के साथ जोड़ा जाता है। ईवीएम की कंट्रोल यूनिट पीठासीन अधिकारी या मतदान अधिकारी के पास रखी जाती है। बैलेटिंग यूनिट को मतदाताओं द्वारा मत डालने के लिए वोटिंग कंपार्टमेंट के भीतर रखा जाता है।
ऐसा यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि मतदान अधिकारी आपकी पहचान की पुष्टि कर सके। ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) के साथ, मतदान पत्र जारी करने के बजाय, मतदान अधिकारी बैलेट बटन को दबाएगा जिससे मतदाता अपना मत डाल सकेगा। मशीन पर अभ्यर्थी के नाम, निशान/प्रतीकों की एक सूची उपलब्ध होगी, जिसके बराबर में नीले बटन रहेंगे। मतदाता जिस अभ्यर्थी को वोट देना चाहते हैं उनके नाम के बराबर में दिए बटन दबा सकते हैं। इस तरह से ईवीएम मशीन के माध्यम से चुनाव में बोटिंग को संपन्न करवाया जाता है।
यह है चुनाव में वीवीपैट और काग़ज़ की पर्ची का कार्य: सात सेकेंड तक दिखेगी पर्ची
वोटर वेरीफाएबल पेपर ऑडिट ट्रेल यानी वीवीपैट (वीवीपैट) व्यवस्था के तहत वोट डालने के तुरंत बाद काग़ज़ की एक पर्ची बनती है। इस पर्ची पर जिस उम्मीदवार को वोट दिया गया है, उनका नाम और चुनाव चिह्न छपा होता है। यह व्यवस्था इसलिए है क्योंकि किसी तरह का विवाद होने पर ईवीएम में पड़े वोट के साथ पर्ची का मिलान किया जा सके। ईवीएम में लगे शीशे के एक स्क्रीन पर यह पर्ची सात सेकंड तक दिखाई देती है। जिससे वोट डालने वाले व्यक्ति को भी यह जानकारी हो जाती है कि उन्होंने उसी उम्मीदवार को वोट डाला है, जिन्हे वह देना चाहते है।
18 वर्ष पूर्ण करने वाले सभी जागरूक मतदाता विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक उत्सव में भागीदार बने: सुरेंद्र मोहन
प्रदेश व राष्ट्र की लोकतांत्रिक सरकार चुनने में मतदाता सर्वोच्च भूमिका निभाता है। जो युवा 18 वर्ष पूर्ण कर चुका है। वह जागरूक मतदाता का परिचय देकर स्वच्छ, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव में भागीदारी सुनिश्चित करें और विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक उत्सव का हिस्सा बनकर देश के विकास में अपना अमूल्य योगदान प्रदान करें।
Shillai निर्वाचन अधिकारी ने दो दिवसीय चुनाव प्रशिक्षण शिविर सम्पन्न होने के बाद जारी प्रैस ब्यान में यह अपील जनता से की है और शिलाई में शत प्रतिशत मतदान करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया है।