Jairam Thakur बताएं भाजपा ओल्ड पेंशन स्कीम के विरोध में है या पक्ष में
शिमला : कांग्रेस पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री Jairam Thakur के चुनावी सीजन में बदलते स्वर पर सवाल उठाते हुए चार सवाल पूछे हैं। चौहान ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जनता के बीच जाकर अनाप शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। उनको हर मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
नरेश चौहान में Jairam Thakur से सवाल करते हुए पूछा है कि वह जनता को स्पष्ट रूप से बताएं कि भाजपा ओल्ड पेंशन स्कीम के विरोध में है या पक्ष में। यह भी बताएं कि कांग्रेस सरकार के द्वारा ओपीएस देने के निर्णय से प्रदेश के कर्मचारियों को ओपीएस का लाभ मिल रहा है कि नहीं। जब Jairam Thakur सत्ता में थे, तब ओपीएस की मांग कर रहे कर्मचारियों पर लाठीचार्ज करवाया था और मिलने का समय नहीं दिया था। उस समय सदन में कहा था कि ओपीएस चाहिए तो नौकरी छोड़कर चुनाव लड़ लें, पेंशन मिल जाएगी।
अब जब कांग्रेस पार्टी ने कर्मचारियों को ओपीएस देने का निर्णय लिया, तब चुनावों के समय जयराम झूठी बयानबाजी कर रहे हैं कि भाजपा सरकार बनने पर ओपीएस बंद नहीं होगी। जयराम यह भी बताएं कि यह निर्णय भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व का है या फिर पूर्व मुख्यमंत्री अपने स्तर पर चुनावी जुमला मार रहे हैं।
नरेश चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री से दूसरा सवाल करते हुए कहा कि Jairam Thakur जनता को बताएं कि वह महिला विरोधी हैं। वह अपनी टीम के साथ महिला सम्मान निधि को रोकने के लिए चुनाव आयोग क्यों गए थे। क्या वह इस बात के पक्ष में नहीं हैं कि प्रदेश की महिलाओं को महीने में 1500 रुपए और साल में 18000 रुपए मिलें।
महिला सम्मान निधी योजना कांग्रेस सरकार ने अपने घोषणा पत्र की गारंटी को पूरा करते हुए लागू की है और प्रदेश के लाहौल स्पीति जिले की महिलाओं को सम्मान निधि मिलने लगी है। इसके साथ ही सरकार ने पूरे प्रदेश में इसे लागू करने का निर्णय लिया है। जिसमें प्रदेश की 5 लाख महिलाओं को 18 हजार रुपए हर साल मिलेंगे। महिला विरोधी Jairam Thakur इस योजना को रुकवाने के लिए चुनाव आयोग गए। अब जवाब दें कि वह महिला विरोधी हैं कि नहीं।
कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष ने पूर्व मुख्यमंत्री से तीसरा सवाल किया कि वह जनता को बताएं कि प्रदेश में आई भारी आपदा के समय जनता को राहत पहुंचाने में कितनी मदद की है। जब कांग्रेस सरकार ने प्रदेश में आपदा प्रभावितों को मदद के लिए प्रदेश में आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का प्रस्ताव विधानसभा में प्रस्तुत किया, जब Jairam Thakur ने समर्थन किया था। वह अपने विधायकों के साथ सदन में रहे लेकिन राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया।
इसका जवाब Jairam Thakur को जनता के सामने देना चाहिए। राष्ट्रीय आपदा घोषित होने से प्रदेश के राष्ट्रीय मापदंडों के अनुसार राहत पैकेज मिलता और प्रदेश के आपदा प्रभावितों की मदद होती। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री ने इसका विरोध किया और केंद्र की भाजपा सरकार से राहत दिलाने में भी नाकाम रहे।
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नरेश चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से चौथा सवाल करते हुए जवाब मांगा कि वह बताएं उन्हें लोकतंत्र में भरोसा है कि नहीं। प्रदेश की चुनी हुई कांग्रेस सरकार को धनबल के सहारे चुराने और गिराने का प्रयास कर रहे हैं। जिससे साबित होता है कि भाजपा को लोकतंत्र पर भरोसा नहीं है और धनबल के सहारे अपनी सत्ता की भूख को पूरा करना चाहते हैं। नरेश चौहान के कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को जनता के बीच इन सवालों का जवाब देना चाहिए और अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।