forest fire: प्रदेश में जंगल की आग थमने का नाम नहीं ले रही है। पहाड़ों पर जंगल धधक रहे हैं। कुमाऊं से लेकर गढ़वाल तक जंगल की आग का कहर है। अब तक आग से प्रदेश में पांच की मौत हो चुकी है। लेकिन प्रदेश के वन मंत्री प्रदेश से बाहर हैं। वन मंत्री चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं।
forest fire: आग के कारण 5 ने गंवाई जान
प्रदेश में जंगलों में आग लगने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुमाऊं से लेकर गढ़वाल के जंगल धधक रहे हैं। कुमाऊं में जंगल की आग की ज्यादा घटनाएं सामने आ रही हैं। अब तक प्रदेश में वनाग्नि की घटनाओं में एक हजार हेक्टेर से भी ज्यादा जंगल राख हो गए हैं। इसके साथ ही आग के कारण तीन घर भी जल गए हैं और पांच लोगों की मौत हो गई है।
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forest fire: कई कैबिनेट मंत्री चुनाव प्रचार में व्यस्त
जहां एक ओर प्रदेश में forest fire से हाहाकार मचा हुआ है तो वहीं दूसरी ओर वन मंत्री चुनाव प्रचार कर रहे हैं। उत्तराखंड के जंगल धधक रहे हैं और लोग मर रहे हैं लेकिन वन मंत्री बाहर घूम रहे हैं। इसको लेकर आम आदमी पार्टी ने भी सवाल उठाए हैं। सिर्फ वन मंत्री ही नहीं कई कैबिनेट मंत्री प्रदेश से गायब हैं।
सतपाल महाराज हैदराबाद में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। तो वहीं गणेश जोशी दिल्ली में प्रचार में व्यस्त हैं। इसके साथ ही धन सिंह रावत भी हिमाचल प्रदेश में डेरा डाले हुए हैं। प्रदेश जंगल की आग से जूझ रहा है ऐसे में मंत्रियों के बाहर प्रचार करने से कई सवाल उठ रहे हैं।
मंत्री बोले फोन से ले रहा हूं अपडेट
जब वन मंत्री सुबोध उनियाल से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बड़ा अटपटा से जवाब दिया है।सुबोध उनियाल का कहना है कि वो जंगल की आग की घटनाओं का अपडेट फोन से वन विभाग के अधिकारियों से ले रहे हैं। उनका कहना है कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वो हर अपटेड ले रहे हैं। एक ओर जहां प्रदेश में वनों की अहम जिम्मेदारी उन पर है और पूरे प्रदेश में आग तांडव मचा रही है ऐसे में उनका ये बयान कई सवाल खड़े कर रहा है। सबसे बड़ा सवाल जो उठ रहा है वो है कि क्या प्रदेश के जंगलों में लगी आग से ज्यादा महत्वपूर्ण काम मंत्रियों के लिए चुनाव प्रचार है।