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Shillai शिक्षा ब्लॉक में साक्षी का पहला और मयंक शर्मा ने पाया दूसरा स्थान : निजी संस्थान पिछड़े

By Sandhya Kashyap

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Shillai ब्लॉक में साक्षी ने पाया पहला स्थान, मयंक पराशर रहे दूसरे स्थान पर Shillai : हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड में 10वीं कक्षा के रिजल्ट ने निजी स्कूलों द्वारा ली जाने वाली भारी भरकम फीस वाली पढ़ाई पर सवाल खड़े कर दिए है। मामला शिक्षा खण्ड Shillai का सामने ...

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Shillai ब्लॉक में साक्षी ने पाया पहला स्थान, मयंक पराशर रहे दूसरे स्थान पर

Shillai : हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड में 10वीं कक्षा के रिजल्ट ने निजी स्कूलों द्वारा ली जाने वाली भारी भरकम फीस वाली पढ़ाई पर सवाल खड़े कर दिए है। मामला शिक्षा खण्ड Shillai का सामने आया है। जहां पर सरकारी स्कूलों के बच्चों ने निजी स्कूलों के बच्चों को पढ़ाई में पीछे  छोड़ दिया है। शिक्षा खण्ड Shillai में ब्लॉक स्तर पर टॉप करने वाला रिकार्ड सरकारी स्कूलों के बच्चों के नाम गया है और निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को पछाड़ा है। जिसके बाद अब Shillai में चल रहे निजी स्कूलों की पढ़ाई और कार्यप्रणाली पर अभिभावक सकते में आ गए है।

Shillai शिक्षा ब्लॉक में साक्षी का पहला और मयंक शर्मा ने पाया दूसरा स्थान : निजी संस्थान पिछड़े

अभिभावकों में चर्चा का विषय यह अधिक बना हुआ है कि जब शिलाई में निजी स्कूलों का रिजल्ट सरकारी स्कूलों के बराबर भी नहीं आ रहा तो फिर अभिभावक इन निजी स्कूलों में भारी भरकम फीस देकर बच्चों को क्यों पढ़ा रहे है। सरकारी स्कूलों के अच्छे रिजल्ट और पढ़ाई में बच्चों की गुणवत्ता को देखते हुए अब अभिभावक अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाने का मन बना रहे है।

साक्षी ने 96% अंक लेकर पहला और मयंक पराशर ने 95%अंक लेकर शिक्षा खण्ड Shillai में पाया दूसरा स्थान

शिक्षा खण्ड Shillai के अंदर सीनियर सेकेंड्री स्कूल बांदली ढाढस मे पढ़ाने वाली साक्षी ने Shillai ब्लॉक में सबसे अधिक अंक लेकर टॉप किया है। जबकि सीनियर सेकेंड्री स्कूल शिलाई में पढ़ने वाले मन्यक पराशर ने अपने स्कूल में टॉप किया है और ब्लाक स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त किया है।

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साक्षी ने दसवीं कक्षा के रिजल्ट मे 96.14% अंक प्राप्त करके शिलाई शिक्षा ब्लॉक में पहला स्थान प्राप्त किया है। जबकि मयंक पराशर ने 95% अंक लेकर शिलाई ब्लॉक में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। दोनो बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ाई कर रहे है। सरकारी स्कूलों के बच्चों की काबिलियत को देखते हुए शिक्षक, अभिभावक और क्षेत्र वासियों में खुशी की लहर है। और सभी लोग बच्चों के अच्छे रिजल्ट आने पर बधाइयां दे रहे है। 

निजी स्कूलों की पढ़ाई पर सवालिया निशान, ब्लॉक स्तर पर सरकारी स्कूलों से पिछड़े निजी शिक्षण संस्थान

हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड में 10वीं कक्षा के परिणामों ने शिलाई शिक्षा खण्ड में चल रहे निजी स्कूलों की पढ़ाई को कटघरे में खड़ा कर दिया है। यह निजी स्कूल हर महीने हजारों रुपए फीस के नाम पर बच्चों के अभिभावकों से ले रहे है। और सुविधाएं नाममात्र की उपलब्ध करवाई जा रही है। इतना ही नहीं बल्कि स्कूल के रिजल्ट भी सरकारी स्कूल के बराबर नहीं आ रहे है। जो निजी स्कूलों के लिए विचारणीय होगा। यदि सरकारी स्कूल बिना फीस के इतने अच्छे रिजल्ट दे रहे है। तो फिर स्कूल के नाम पर पैसों को बटोरने वाली दुकानों में किसलिए बच्चे भेजें जा रहे है। यह बातें क्षेत्र के अभिभावकों को अब समझ में आने लगी है।

सरकारी स्कूलों के बच्चों ने ब्लॉक स्तर पर लहराया परचम: अभिभावकों में खुशी की लहर

अभिभावकों की माने तो शिक्षा खण्ड शिलाई में निजी स्कूलों के मुकाबले सरकारी स्कूलों के बच्चों ने 10वीं कक्षा में अपना परचम लहराया है। ब्लॉक स्तर पर  सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली साक्षी और मयंक पराशर ने यह साबित करके दिखाया है कि सरकारी स्कूल में पढ़ाई जाने वाली शिक्षा निजी स्कूलों से कहीं अधिक अच्छी है। और सरकारी स्कूल ही प्रदेश और देश को मोती निकालकर दे रहे है।

सरकारी स्कूलों में शिक्षक निजी स्कूलों से अधिक अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा बच्चों को प्रदान कर रहे: रमेश कुमार

सीनियर सेकेंडरी स्कूल शिलाई के प्रिंसिपल रमेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि सीनियर सेकेंडरी स्कूल बांदली ढाढ़स में पढ़ने वाली साक्षी ने 700 में से 673 अंक लेकर शिक्षा खण्ड शिलाई में पहला स्थान प्राप्त किया है। जबकि मयंक पराशर ने 700 में से 665 अंक लेकर अपने स्कूल में टॉप किया है और ब्लॉक स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त किया है।

सरकारी स्कूलों में शिक्षक निजी स्कूलों से अधिक अच्छी गुणवत्ता वाली शिक्षा बच्चों को प्रदान कर रहे है। सरकारी स्कूलो के अंदर क्वालिफाई शिक्षक है जो बच्चों को कड़ी मेहनत करवा रहे है। बच्चों के अभिभावकों सहित शिक्षक बधाई के पात्र है। जिनकी मेहनत के बूते बच्चों ने ब्लॉक स्तर पर अपना स्थान पाया है।