धर्मशाला, 09 जनवरी : पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि कांगड़ा जिले के वनखंडी 619 करोड़ की अनुमानित लागत से निर्मित होने प्राणी उद्यान पर्यटकों को भ्रमण का यादगार अनुभव प्रदान करेगा इसके साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार तथा स्वरोजगार के अवसर भी मिलेंगे। मंगलवार को कांगड़ा तथा नगरोटा में लोगों की समस्याएं सुनने के उपरांत पर्यटन निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने कहा कि यह पार्क पर्यटकों को क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के साथ जुड़ी जैव विविधता से रू-ब-रू करवाएगा। उन्होंने कहा कि इससे स्थानीय लोगों को रोजगार और स्वरोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे।
आरएस बाली ने कहा कि क्षेत्र की पर्यटन क्षमता का समुचित दोहन करने के उद्देश्य से इस प्राणी उद्यान के डिजाइन में क्षेत्र की विविध पर्यटन क्षमताओं का समावेश किया गया है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह पहल सतत् विकास और पर्यावरण संरक्षण के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार कांगड़ा जिले को राज्य की पर्यटन राजधानी बनाने के लिए दृढ़ प्रयास कर रही है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में यह परियोजना मील पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि पर्यटकों के अनुभव को यादगार बनाने के लिए पार्क में ओरिएंटेशन सेंटर, वॉक-इन एवियरी, प्रदर्शनी और थीम आधारित जोन जैसे काम्यक वन, दैवत्व वन, चित्रकूट, दंडक वन के अनुभव आगंतुकों के लिए आकर्षण का मुख्य केन्द्र होंगे। उद्यान में एक्वाटिक जोन, नॉक्टर्नल हाउस और मोनोरेल में सफारी इत्यादि विविध आकर्षण भी शामिल किए गए हैं।
आरएस बाली ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु के नेतृत्व में आत्मनिर्भर हिमाचल के संकल्प को पूरा करने के लिए अनेकों योजनाएं एवं कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को स्वरोजगार उपलब्ध करवाना सरकार की प्राथमिकता है तथा इसी दिशा में सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं तथा सरकारी क्षेत्र में रिक्त पदों को चरणबद्व तरीके से भरा जा रहा है ताकि युवाओं को रोजगार के अवसर मिल सकें।