बीन्स में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन भरपूर मात्रा में होता है. इसमें फाइबर भी पाया जाता है जो डाइजेशन को ठीक रखने में बहुत सहायक है
ओटमील में घुलनशील और अघुलनशील दोनों हीं फाइबर पाए जाते हैं. आप जितना अधिक मात्रा में खाने में फाइबर का प्रयोग करेंगे आपका पेट उतना ही आसानी से साफ होगा.
आंतों को हेल्दी रखने में फरमेंटेड डेयरी प्रोडक्ट जैसे दही, ग्रीक योगर्ट आदि बहुत फायदेमंद है. आप इसे रोज अपने भोजन में शामिल करें.
ब्रोकली कोलन में मौजूद किसी भी तरह के सूजन को कम करने में मदद करता है. इसके अलावा यह आंतों में मौजूद गुड और बैड बैक्टीरिया के बीच हेल्दी बैलेंस भी बनाकर रखता है.
केला दरअसल प्रोबायोटिक को बेहतरीन सोर्स है. इसमें मौजूद स्टार्च बड़ी आंत में जाकर फरमेंट होता है जो यहां मौजूद गुड बैक्टीरिया के पोषण के लिए बहुत जरूरी है.
ग्रीन टी को पोलीफेनॉल का बेहतरीन सोर्स माना जाता है जो कोलन में हेल्दी माइक्रोब को बनने में मदद करता है. यह गुड बैड बैक्टीरिया और फैटी एसिड के अनुपात को भी ठीक रखता है
शकरकंद में कैरोटीनॉयड नामक तत्व पाया जाता है जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है.