डेस्क: भाजपा कार्यकर्ता विनय श्रीवास्तव हत्याकांड में पुलिस के खुलासे पर सवाल उठ रहे हैं। 34 सेकंड की सीसीटीवी फुटेज से बड़ा खुलासा हुआ है। फुटेज में दारू पार्टी, जुआ खेलने और विवाद के सुबूत नहीं हैं।
फुटेज में ड्रॉइंग रूम से बाहर की तरफ जाता दिखा विनय, फिर अचानक पलटकर भीतर वाले कमरे में चला गया। ड्रॉइंग रूम में लेटा अजय अचानक से उठा और सिराहने रखी पिस्टल लेकर भीतर गया, इसी दौरान वारदात हुई
पुलिस के खुलासे पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। फुटेज विनय की हत्या के चंद सेकंड पहले की है। पुलिस ने शुक्रवार देर शाम वारदात का खुलासा कर दावा किया था कि विनय व उसके दोस्तों ने 31 अगस्त की रात केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर के आवास पर शराब पी। सभी ने जुआ खेला।
विनय 12 हजार रुपये हार गया। फिर उसके दोस्तों अंकित वर्मा, अजय रावत और शमीम ने जुआ खेलने से मना कर दिया। विनय ने दबाव बनाया तो विवाद हो गया, जिसके बाद अंकित ने विनय को गोली मार दी।
रविवार को सामने आई सीसीटीवी फुटेज से साफ हुआ कि विनय एक सितंबर की तड़के 4:07 बजे तक जीवित था। 4:08 बजे उसकी हत्या हुई। फुटेज में दिख रहा है कि अजय रावत ड्रॉइंग रूम में जमीन पर लेटा है। वहां से विनय बाहर की तरफ जा रहा है। अचानक से वह पलटता है और भीतर वाले कमरे में चला जाता है।
तीन-चार सेकंड बाद कुछ होता है। तभी ड्रॉइंग रूम में लेटा अजय उठता है और सिराहने रखी पिस्टल को लेकर भीतर जाता है। इसी दौरान विनय की हत्या होती है। यह सब 30 सेकंड के अंदर होता है। हालांकि, फुटेज से यह स्पष्ट नहीं हो सका कि विनय भीतर वाले कमरे में खुद अंदर गया था या पीछे से किसी ने आवाज देकर उसे कमरे में बुलाया था।
फुटेज में न तो दारू पार्टी करने, जुआ खेलने के और न ही इसे लेकर विवाद के सुबूत दिखे। ऐसे में सवाल है कि आखिर पुलिस ने इसकी कहानी किस आधार पर बताई। पीड़ित परिजन ने शुरू में ही पुलिस पर मंत्री के दबाव में मनगढंत खुलासा करने का आरोप लगाया था। अब फुटेज से इसकी आशंका बढ़ गई है।
ड्रॉइंग रूम के बाद विनय उसी कमरे में गया, जहां कैमरा नहीं था। जो भी हुआ उसी कमरे में हुआ। चूंकि पुलिस पहले ही बता चुकी है कि उस कमरे का कैमरा बंद था, लिहाजा वहां की फुटेज मिलना संभव नहीं है। यह आशंका है कि कहीं साजिश के तहत तो कैमरा नहीं बंद किया गया था।
विनय के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे तो उसके शरीर पर शर्ट नहीं थी। आशंका है कि जब वह कमरे में गया तो उसके साथ मारपीट की गई। जब अजय पिस्टल लेकर भीतर गया, तब उसे गोली मारी गई। अजय चार बजकर 8 मिनट और 20 सेकंड पर उठता है और 17 सेकंड बाद अंदर जाता है