स्वास्थ्य: अधिकतर लोग खाने के साथ सलाद खाते हैं। जिसमें खीरा, टमाटर, प्याज, हरी सब्जियां आदि का बढ़िया मिक्सचर होता है। लेकिन क्या आयुर्वेद इसे खाना सही मानता है, आइए जानते हैं। सब्जियां खाने से ताकत और मजबूती बढ़ती है। इनमें फाइबर, पानी और पोषण की अच्छी खासी मात्रा होती है, जो डायजेशन को मजबूत बनाती है। इसलिए लोग खाने के साथ कच्चे सलाद का सेवन करते हैं, ताकि कोई भी पोषक तत्व छूट ना जाए।
कच्चे सलाद में खीरा, टमाटर, प्याज, ककड़ी, चुकंदर, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि शामिल की जाती है। जो कि कई सारे स्वास्थ्य लाभ (Vegetables Benefits) देती हैं। मगर आयुर्वेदिक विशेषज्ञ डॉ. रेखा राधामोनी का मानना है कि सब्जियों से भरा कच्चा सलाद (Raw Salad) आपके पेट और आंत के लिए नुकसानदायक होता है। बता दें कि इन दोनों चीजों से मिलकर आपकी गट हेल्थ बनती है।
डॉ. रेखा बताती हैं कि कच्ची सब्जियों (Raw Green Vegetables) की प्रकृति हल्की, रूखी और ठंडी होती है। जो कि वात दोष से मिलती है। आयुर्वेद बताता है कि हमारा शरीर वात, कफ और पित्त नाम के तीन प्राकृतिक दोषों से मिलकर बना है। इनका संतुलन में रहना जरूरी है, वरना स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं।
डॉक्टर ने बताया कि वात दोष (Vata Dosha) की प्रकृति भी हल्की, रूखी और ठंडी होती है। यह हवा का नेतृत्व करता है, जिसका संतुलन में रहना जरूरी है। जब पेट में वात ज्यादा होती है तो पाचन कम हो जाता है। इससे कई सारी समस्याएं पैदा हो जाती हैं।
- पेट में गैस
- पेट फूलना
- आंतों में सूजन
- कब्ज की समस्या
- त्वचा का रूखापन
- अंगों में जकड़न व दर्द
- शरीर का ठंडा होना
- मुंह का स्वाद बिगड़ना
आयुर्वेद (Ayurveda Tips) के अष्टांग हृदय सूत्रस्थान के अनुसार सब्जियां सामान्यतः वात बढ़ाने वाली होती हैं। इन्हें खाने से पहले निम्नलिखित टिप्स का ध्यान रखना चाहिए।
- हमेशा अच्छी तरह पकाएं और गर्म ही खाएं।
- हमेशा अच्छे फैट के साथ खाएं, जिससे इनका पचना और अवशोषण आसान होगा।
- हरी पत्तेदार सब्जियों को पकाने से पहले पानी में भिगोकर रखें और अच्छी तरह निचोड़ें।
- हरी पत्तेदार सब्जियों को पकाने के दौरान मसालों का इस्तेमाल जरूर करें।
अगर आपका पेट, आंत और पाचन सही है तो आप बेफिक्र कच्चा सलाद खा सकते हैं। लेकिन अगर पेट की समस्या से जूझ रहे हैं तो इसे नियंत्रित मात्रा में ही खाएं। साथ ही हर दिन कच्चा सलाद खाने से भी बचें।