कानपुर: अरौल में गुरुवार को स्कूली वैन हादसे का शिकार होने के बाद शुक्रवार को यातायात पुलिस और संभागीय परिवहन अधिकारी सड़क पर उतरे और स्कूली वाहनों की फिटनेस, कागजात और चालकों को चेक किया। इस दौरान नौ वैन का चालान और तीन वैन सीज की गईं। हादसे के बाद कानपुर पुलिस और संभागीय परिवहन विभाग के अफसरों की नींद टूटी है। अरौल में गुरुवार को स्कूली वैन हादसे का शिकार होने के बाद शुक्रवार को यातायात पुलिस और संभागीय परिवहन अधिकारी सड़क पर उतरे और स्कूली वाहनों की फिटनेस, कागजात और चालकों को चेक किया। इस दौरान नौ वैन का चालान और तीन वैन सीज की गईं।
आवास विकास नहर पनकी पर भी यह टीम स्कूली वाहनों की चेकिंग कर रही थी। टीम ने कई स्कूली वाहनों को रोका। चालक का ड्राइविंग लाइसेंस, गाड़ी के कागजात चेक किए, लेकिन सभी वाहनों में सब कुछ ठीक मिला। यशोदा नगर चौराहा पर टीएसआई नित्यानंद राय और सतेंद्र कुमार ने स्कूली वाहनों को रोक कर चेक किया। एआरटीओ और टीएसआई देवेंद्र राज सहाय विजय नगर चौराहे पर चेकिंग करते दिखे।
कई स्कूली वाहनों ने दोनों अधिकारियों ने रोका। कागजात देखे और ब्रीथ ऐनलाइजर से चालकों को चेक किया। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों को गुलाब का फूल दिया। साथ ही यातायात नियमों का पालन करने की नसीहत दी। सिविल लाइंस के एमजी कालेज चौराहे पर पूर्वी जोन प्रभारी संतोष कुमार मौर्य ने स्कूली वाहनों की चेकिंग की। शहर के सभी स्कूल प्रबंधकों को पत्र भेजा गया है। जिसमें लिखा है कि स्कूली वाहनों पर मानकों के अनुसार से ही छात्र-छात्राओं को बैठाया जाए। जांच में मानक के अनुरूप न पाए जाने पर वैन चालक के साथ ही स्कूल प्रबंधन पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।