उत्तराखंड में दिसंबर माह में प्रस्तावित इन्वेस्टर समिट को लेकर तैयारियां जोरों पर है। सीएम धामी ने ने कहा कि प्रस्तावित इन्वेस्टर समिट कई मायनों में ऐतिहासिक होने जा रहा है। जिस पर विपक्ष ने हमला बोला है।
प्रस्तावित इन्वेस्टर समिट कई मायनों में होने वाला है ऐतिहासिक
उत्तराखंड में दिसंबर माह में प्रस्तावित इन्वेस्टर समिट कई मायनों में ऐतिहासिक होने जा रहा है। समिट की तैयारी में इन दोनों पूरा प्रशासन जुटा हुआ नजर आ रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अभी तक जो कार्य हुए हैं उसमें जो राज्य के प्रति अपने प्राथमिकता दिखाएगा विकास से राज्य के युवाओं को जोड़ने का काम करेगा उसे भी सरकार की तरफ से प्राथमिकता दी जाएगी।
सीएम धामी के बयान पर विपक्ष का पलटवार
मुख्यमंत्री के इस बयान पर विपक्षी पार्टी ने जुबानी हमला बोला है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शीशपाल बिष्ट का कहना है कि ऐसे ही जुमले भाजपा की पूर्ववर्ती सरकार ने साल 2018 में भी किए थे। जिसे आज राज्य की जनता भूल नहीं पाई है। उन्होंने कहा कि 2018 में भाजपा सरकार ने इन्वेस्टर मीट के नाम पर जनता की गाढ़ी कमाई को लुटाने का काम किया।
सरकार के पास नहीं है विकास का विजन
कांग्रेस के प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी भी राज्य के विकास की पक्षधर है। लेकिन जिस प्रकार से भाजपा की सरकार एमओयू साइन कर रही है। वो निकट भविष्य में धरातल पर उतरने वाले नहीं है। क्योंकि सरकार के पास विकास का विजन नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले भी एमओयू साइन किए गए थे। लेकिन एक रूपए का काम भी उत्तराखंड में नहीं दिखा।