यूपीएससी की तैयारी कराने वाले मशहूर शिक्षक Awadh Ojha, जिन्हें “Ojha Sir” के नाम से जाना जाता है, ने सोमवार को नई दिल्ली में Aam Admi Party (आप) का दामन थाम लिया। उन्हें पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक Arvind Kejriwal और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री Manish Sissodia ने पार्टी में शामिल किया। अवध ओझा, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के रहने वाले हैं, अपने राजनीतिक विश्लेषण और शिक्षा क्षेत्र में योगदान के लिए सोशल मीडिया पर भी काफी लोकप्रिय हैं।
Awadh Ojha ने पार्टी में शामिल होने के बाद आप नेतृत्व का धन्यवाद किया और कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य देश की शिक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाना है। इस मौके पर अरविंद केजरीवाल ने ओझा के योगदान की सराहना की और कहा कि उनकी भागीदारी से पार्टी की शिक्षा क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों को मजबूती मिलेगी।
राजनीति में कदम और शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, अवध ओझा का आप में शामिल होना पार्टी के लिए एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। दिल्ली में अगले साल की शुरुआत में होने वाले चुनावों से पहले यह कदम आप के लिए रणनीतिक रूप से अहम है। पार्टी दिल्ली में तीसरी बार सरकार बनाने और अपने 10 साल पूरे करने की तैयारी कर रही है।
ओझा ने कहा कि शिक्षा एक ऐसा क्षेत्र है जो देश की असली प्रगति को तय करता है। उन्होंने यह भी कहा कि वे शिक्षा के जरिए युवाओं को सशक्त बनाना चाहते हैं ताकि वे रोजगार के लिए बेहतर तरीके से तैयार हो सकें।
अवध ओझा का जीवन संघर्ष और प्रेरणा का प्रतीक है। एक साधारण परिवार में जन्मे ओझा के पिता एक पोस्टमास्टर थे और उनकी मां वकील थीं। हालांकि, उनके माता-पिता चाहते थे कि वह डॉक्टर बनें, लेकिन ओझा का सपना यूपीएससी परीक्षा पास करना था। कई बार असफलता मिलने के बाद, उन्होंने शिक्षक बनने का फैसला किया।
उन्होंने 2005 में दिल्ली के मुकर्जी नगर में अपना कोचिंग सेंटर शुरू किया, जो यूपीएससी की तैयारी का हब माना जाता है। उनकी मेहनत और अनोखे पढ़ाने के तरीके ने उन्हें छात्रों के बीच खासा लोकप्रिय बना दिया। 2019 में, उन्होंने पुणे में “इक़रा आईएएस अकादमी” की स्थापना की, जिससे शिक्षा के क्षेत्र में उनकी पहचान और मजबूत हुई।
ओझा का राजनीति में प्रवेश आम आदमी पार्टी के लिए शिक्षा के क्षेत्र में नई संभावनाओं का संकेत देता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि वह पार्टी की नीतियों में अपने अनुभव और विजन को कैसे शामिल करते हैं। उनके जुड़ने से शिक्षा क्षेत्र को लेकर पार्टी के अभियानों को नई धार मिलने की उम्मीद है।