UPSC (Union Public Service Commission) के चेयरमैन Manoj Soni ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने इस इस्तीफे का कारण ‘व्यक्तिगत’ बताया है। यह खबर तब सामने आई जब देश में एक प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी पर परीक्षा में धोखाधड़ी करने का आरोप लगा। मनोज सोनी ने मई 2023 में यूपीएससी चेयरमैन का पदभार संभाला था। उनके कार्यकाल के पांच साल अभी बाकी थे। लेकिन उन्होंने कार्यकाल पूरा होने से पहले ही राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा भेज दिया।
हाल ही में महाराष्ट्र की एक ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा खेड़कर पर आरोप लगा कि उन्होंने शारीरिक विकलांगता के फर्जी प्रमाण पत्र का उपयोग कर परीक्षा में आरक्षण का फायदा उठाया। इसके साथ ही, उन्होंने खुद को घुमंतु जाति का सदस्य दिखाकर पिछड़े वर्ग का प्रमाण पत्र भी जमा किया। इस कारण परीक्षा संचालन प्राधिकरण पर सवाल उठे। हालांकि, सूत्रों के अनुसार, मनोज सोनी के इस्तीफे का पूजा के मामले से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने केवल ‘व्यक्तिगत’ कारणों से इस्तीफा दिया है। राष्ट्रपति ने अभी तक उनका इस्तीफा औपचारिक रूप से स्वीकार नहीं किया है।
मनोज सोनी 2017 से यूपीएससी में कार्यरत हैं। वे 2023 में यूपीएससी के चेयरमैन बने थे। राजनीति विज्ञान के विशेषज्ञ मनोज सोनी ने गुजरात की दो विश्वविद्यालयों में नौ साल तक कुलपति के रूप में काम किया है। उन्होंने 2005 में बड़ौदा के महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय के सबसे युवा कुलपति के रूप में कार्यभार संभाला था।
मनोज सोनी का इस्तीफा एक महत्वपूर्ण घटना है, खासकर जब यूपीएससी जैसे महत्वपूर्ण संस्था के संचालन की बात आती है। हालांकि, उन्होंने इस्तीफे का कारण ‘व्यक्तिगत’ बताया है, लेकिन इस समय पर इस्तीफा कई सवाल खड़े करता है। आगे देखना होगा कि राष्ट्रपति इस इस्तीफे को कब और कैसे स्वीकार करते हैं और यूपीएससी के नए चेयरमैन का चयन कैसे होता है।