शिमला : नीट के परिणाम में गड़बड़ी कर एमबीबीएस में दाखिला पाने का शिमला के बाद एक और मामला सामने आया है। नीट की मार्क्सशीट में टेंपरिंग कर 300 अंकों के 530 अंक बनाकर कांगड़ा के नूरपुर की छात्रा ने मेडिकल कॉलेज चंबा में एमबीबीएस की सीट हासिल कर ली। गड़बड़ी का खुलासा होने पर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने दाखिला रद्द कर पुलिस को शिकायत दे दी है।
गड़बड़ी का खुलासा तब हुआ जब प्रशिक्षुओं का डाटा नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) की साइट पर अपलोड किया गया। छात्रा के नीट के रोल नंबर को अपलोड किया जाने लगा तो उसका मिलान नहीं हुआ। इसके बाद एनएमसी ने मेडिकल कॉलेज चंबा के प्राचार्य को सूचित किया। कॉलेज प्रबंधन ने प्रशिक्षु को बुलाकर उससे भी स्थिति स्पष्ट करने को कहा गया तो प्रशिक्षु ने नीट के परिणाम में गड़बड़ी कर एमबीबीएस की सीट पर पढ़ाई करने की बात पर कबूल कर ली।
छात्रा ने बताया कि उसने नीट परिणाम में पीडीएफ से छेड़छाड़ कर फर्जी डिग्री तैयार की। इतना ही नहीं, उसने नीट के नंबर बढ़ाकर नेरचौक मेडिकल कॉलेज में आवेदन भी कर दिया। इसके बाद नेरचौक मेडिकल कॉलेज से चंबा मेडिकल कॉलेज में 120 प्रशिक्षुओं का बैच बिठाने की अनुमति प्रदान की गई, जिसमें उसका नंबर भी आ गया।
इसके बाद जब एनएमसी ने 120 प्रशिक्षुओं के डाटा का मिलान किया तो 119 का सही पाया गया, नूरपुर की छात्रा के रोल नंबर का मिलान नहीं हुआ। अब मामले का खुलासा होने के बाद चंबा मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने छात्रा का दाखिला रद्द कर पुलिस चौकी में इस बारे में शिकायत पत्र दे दिया है। वहीं, पुलिस विभाग ने मामले की गहनता से तफ्तीश करने के बाद ही कुछ कहने की बात कही है।
मेडिकल कॉलेज चंबा के प्राचार्य डॉ. पंकज गुप्ता ने बताया कि प्रशिक्षु छात्रा ने अपनी गलती मान ली है। इसके बारे में आलाधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है। साथ ही पुलिस चौकी में इस बारे में शिकायत दे दी गई है। मेडिकल कॉलेज चंबा से प्रशिक्षु छात्रा का दाखिला रद्द कर दिया गया है।