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गिरिपार के आंज भोज की ऊँची सड़कों पर कोई भी क्रैश बैरियर नहीं, कभी भी हो सकता है हादसा, विभाग बेखबर

By Sandhya Kashyap

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Summary

शिलाई में सड़क हादसों एक सप्ताह मे हो चुकी है 5 की मौत और 19 घायल राजपुर (संजीव कपूर) : पांवटा साहिब उपमंडल के गिरिपार क्षेत्र की आंज भोज की तकरीबन 11  पंचायतों की सड़कों  की हालात बद से भी बद्तर  हो गई है। खास बात यह है कि विभाग की ...

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शिलाई में सड़क हादसों एक सप्ताह मे हो चुकी है 5 की मौत और 19 घायल

राजपुर (संजीव कपूर) : पांवटा साहिब उपमंडल के गिरिपार क्षेत्र की आंज भोज की तकरीबन 11  पंचायतों की सड़कों  की हालात बद से भी बद्तर  हो गई है। खास बात यह है कि विभाग की तरफ से हादसों को रोकने के लिए  कोई भी क्रैश बैरियर नही लगाए गए हैं, जो हादसों को एकतरफा न्योता दे रहा है। यहाँ तक विभाग ने ज्यादा जोखिम वाले मोड़ो ( ब्लैक स्पॉट) पर भी क्रेश बैरियर लगाने की जहमत नहीं उठाई है।इस क्षेत्र के सभी सड़कों की ऊंचाई अधिक है। कभी भी हादसा होने की सूरत में गाड़ी का सैकडों फुट खाई में जाना लाजमी है जो मौत के आंकड़ों को बढ़ाएगा जो चिंता का विषय है। इन सड़कों पर भारी  संख्या में ओवरलोड चुना पत्थर के भारी भरकम ट्रक चलते हैं जो कभी भी दुर्घटनाओं का शिकार हो सकते हैं।

 ज्यादा खतरा  छोटी गाड़ियों, मोटरसाइकिल सवारों के लिए है जो सड़कों के तंग होने के कारण साइड लेते हुए कभी भी हादसों का शिकार हो सकते है। हालांकि विभाग ने एक आध सड़क पर ये सुविधा उपलब्ध करवाई है जो न के बराबर है। इसके पहले 2018 मे बनोर में चढ़ाई चढ़ते हुए एक अनाज से भरा ट्रक पीछे की ओर फिसल गया था। जिसमें दो जवान लड़कों की मौत हो गई थी। अगर वहाँ पर क्रेशबरियर लगे हुए होते तो इस हादसे को टाला जा सकता था।

गौरतलब है कि आंज भोज एवमं शिलाई क्षेत्रों की भौगौलिक परिस्थितियों में एक समानता है। पिछले एक सप्ताह में शिलाई में सड़क हादसों में 5 लोगों की मौत और 19 लोग घायल हो चुके हैं।आंज भोज में 11 पंचायतों में राजपुर, अम्बोया, डण्डा-पागर, भरली-आगरों ,नघेता, भैला, टॉरुं-डण्डाआंज, शिवा, बनोर,भड़ाना,शामिल है। इन पंचायतों में शिवा-सुनोग, नघेता, टॉरुं- डण्डाआंज ,कलाथा-भड़ाना, भैला सबसे ज्यादा ऊँचाई वाली हैं जहाँ हादसे ज्यादा भयानक रूप ले सकते हैं। अब इन परिस्थितियों में क्रेश बैरियर न होने के कारण इन हादसों को टालना लगभग नामुमकिन है।

क्या कहते हैं लोग।

1.नघेता पंचायत के पूर्व प्रधान सुरेश शर्मा ने बताया कि प्रशासन ओर विभाग मूकदर्शक बना हुआ है वो शायद हादसों का इन्तज़ार कर रहा है।

2.टॉरुं-डण्डा-आंज की प्रधान कमला देवी ने बताया कि उनकी पंचायत में टॉरुं से लेकर डण्डा आंज, कलाथा तक की सड़कों की ऊंचाई हजारों फ़ीट है। हादसा होने की सूरत में किसी का भी बचना नामुमकिन है।विभाग को चाहिए कि जल्द से जल्द इन सड़कों पर हादसों को टालने के लिए क्रैश बैरियर उपलब्ध करवाए। शिवा पंचायत के निवासी नरेन्द्र परमार ने बताया कि सरकार शायद हादसे होने का इन्तज़ार कर रही है।पिछले कई सालों से इस सड़को पर कोई भी क्रेश बैरियर नहीं लगे हैं जिस कारण भविष्य में कभी भी हादसे संभव है।

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3.कलाथा पंचायत के निवासी रघुवीर सिंह बताया कि अपनी निजी गाड़ी से इस अपनी जान मुट्ठी में लेकर इस सड़क पर चलते हैं। विभाग को चाहिए इस हादसों को टालने के लिए जल्द से जल्द क्रेश बैरियर  लगवाये।

4.अम्बोया पंचायत के निवासी अनुज भंडारी बताया कि इन सड़कों पर कहीं भी क्रेशबरियर नही है। जो हादसों को न्योता दे रहा है

उधर इस मामले में विभाग के एस. सी. नाहन अरविंद कुमार शर्मा ने बताया कि  मामला उनके संज्ञान में नहीं है जल्द ही जोखिमों वाले क्षेत्रों पर क्रेश बैरियर लगा दिये जायेंगे।