उत्तरकाशी: पुरोला में एक विशेष समुदाय के द्वारा नाबालिग किशोरी को भगाने का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इस पूरे मामले को लेकर विशेष समुदाय और बाहरी व्यापारियों के प्रति स्थानीय लोगों में रोष है।
समुदाय विशेष के व्यापारियों की दुकानों के बाहर 15 जून की प्रस्तावित महापंचायत से पहले दुकानें खाली करने के पोस्टर चस्पा होने के बाद नौ मकान मालिकों ने समुदाय विशेष के व्यापारियों से दुकानें खाली करवाने का ऐलान किया है। वहीं, पुलिस ने पोस्टर चस्पा कर माहौल खराब करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
समुदाय विशेष के व्यापारियों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए कहा है कि लगभग 1 सप्ताह हो गया है उनकी दुकानें बंद है और इस वजह से उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
समुदाय विशेष के लोगों की मांग है कि सुरक्षा के बीच उनकी दुकानें खुलवाई जाएं। इस संबंध में समुदाय विशेष के लोग व्यापार मंडल के अध्यक्ष से भी मिले और उनसे दुकानें खुलवाने की बात कही। तो वहीं व्यापार मंडल के अध्यक्ष का कहना है कि माहौल अभी ठीक नहीं है अगर दुकानें खोली जाती हैं तो तनाव और बढ़ सकता है।
वहीं, दूसरी ओर राष्ट्रीय संत दर्शन लाल भारती भी समुदाय विशेष की दुकानों को खाली करवाने के लिए उनके मकान मालिकों से मिले। जिसके बाद नौ दुकान मालिकों ने ऐलान कर दिया है कि वह अपनी दुकान समुदाय विशेष के व्यापारियों से खाली करवाएंगे।
समुदाय विशेष की दुकानों के बाहर पोस्टर चस्पा होने के बाद पुलिस-प्रशासन भी अलर्ट है। सीओ ने व्यापारियों से शहर में सामाजिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की और कहा है कि किसी भी व्यक्ति को माहौल खराब नहीं करने दिया जाएगा।
यह है पूरा मामला
शुक्रवार को पुरोला नगर में रजाई गद्दे का काम करने वाले उत्तर प्रदेश निवासी एक समुदाय विशेष का लड़का और उसका दोस्त एक नाबालिग को बहला फुसलाकर टैंपों में देहरादून ले जाने की फिराक में था जिन्हें पुरोला पेट्रोल पंप पर स्थानीय युवाओं ने पकड़ लिया था। पुलिस ने दोनों युवकों के खिलाफ पोक्सो एक्ट समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था। इसके बाद से नगर में तनाव का माहौल है। स्थानीय व्यापारियों ने दो दिन दोपहर तक बाजार बंद रखा और बाहरी व्यापारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया था। साथ ही बाहरी व्यापारियों को व्यापार मंडल की सदस्यता से बाहर कर दिया।