धर्मशाला, नगरोटा, 08 नवंबर : पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि डा राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कालेज टांडा को उत्कृष्ट मेडिकल कालेज के रूप में विकसित किया जाएगा ताकि रोगियों को उपचार की बेहतर सुविधाएं मिल सकें इसके साथ टांडा मेडिकल कालेज के चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ को ठहरने के लिए उचित व्यवस्था भी जा रही है।
बुधवार को टांडा मेडिकल कालेज में हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष व पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष (कैबिनेट रैंक) आर.एस. बाली कर्मचारियों के लिए अतिरिक्त रिहायशी भवन (टाइप- 5 और टाइप- 4) का शिलान्यास किया। टाइप 5 रिहायशी पर 12.5 करोड रुपए की राशि खर्च होगी और टाइप 4 पर 3.5 करोड रुपए की राशि व्यय की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में व्यवस्था परिवर्तन की ओर अग्रसर हिमाचल सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव ला रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार धरातल पर स्वास्थ्य अधोसंरचना को मजबूत कर सभी के लिए बेहतर और सुविधाजनक स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित कर रही है। प्रदेश सरकार का लक्ष्य मुख्यमंत्री द्वारा अपने पहले बजट में की गई घोषणा के अनुरूप प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में चरणबद्ध तरीके से ‘आदर्श स्वास्थ्य संस्थान’ स्थापित करना है।
आरएस बाली ने कहा स्वास्थ्य विभाग को चरणबद्ध तरीके से प्रदेश भर में ग्रामीण स्वास्थ्य संस्थानों का मजबूत ढांचा विकसित करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश सरकार द्वारा विशेषज्ञ चिकित्सकों को तैनात करने और अत्याधुनिक उपकरणों को अपग्रेड करने की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण स्वास्थ्य संस्थानों को मजबूत करने के साथ-साथ, राज्य भर के मुख्य अस्पतालों और चिकित्सा महाविद्यालयों में उन्नत तकनीक का समावेश किया जाएगा। चिकित्सा महाविद्यालयों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की बढ़ोतरी से मरीजों को उपचार के लिए पहले की अपेक्षा कम प्रतीक्षा करनी होगी। इस अवसर पर टांडा मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य भानु अवश्थी, स्वास्थ्य सुपरिटेंडेंट मोहन सिंह ,अधिशासी अभियंता आईपीएच सुरेश वालिया, कांग्रेस उपाध्यक्ष प्रताप रियाड़, चिकित्सक और प्रशिक्षु डॉक्टर मौजूद रहे।
चालीस लाख की लागत से निर्मित पुल किया लोकार्पण
पर्यटन निगम के अध्यक्ष आर .एस बाली बगबां नगरोटा इंडस्ट्रियल एरिया में चोर नाला पर 40 लाख रुपए की राशि से निर्मित पुल का उद्घाटन किया। इस अवसर पर आरएस बाली ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों की सुविधा के लिए सड़क संपर्क को मजबूत करने पर विशेष ध्यान केन्द्रित कर रही है। कहा कि दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों के दृष्टिगत प्रदेश में सड़कें लोगों की जीवन रेखा कही जाती हैं। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को सड़क निर्माण में गुणवत्ता सुनिश्चित करने तथा इन सड़कों का निर्माण कार्य समयबद्ध पूरा करने के भी निर्देश दिए, ताकि लोगों को सड़क सुविधा का लाभ समय पर मिल सके। हिमाचल प्रदेश में पहली बार सड़कों का निर्माण फुल डेप्थ रेक्लेमेशन (एफडीआर) तकनीक पर किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत बनने वाली सड़कों में इस तकनीक का उपयोग करने के निर्देश लोक निर्माण विभाग को दिए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों को बेहतर सड़क सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।