उतरप्रदेश: अमरोहा के मंडी धनौरा में छेड़खानी से परेशान होकर अनुसूचित जाति की युवती ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। जिले के एक कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में कक्षा 10 की छात्रा थी। परिजनों ने शिकायत के बाद भी पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। क्षेत्र के एक गांव में रहने वाले मजदूर की बेटी पांच दिन पहले ही विद्यालय के छात्रावास से अपने घर आई थी। मंगलवार की शाम करीब सात बजे छात्रा अपने गांव के बाहरी हिस्से से गुजर रही रेलवे लाइन तक पहुंच गई। उसी समय कोटद्वार से दिल्ली जाने वाली गढ़वाल एक्सप्रेस वहां से गुजर रही थी। छात्रा ने ट्रेन के आगे छलांग लगा दी।
आसपास मौजूद ग्रामीण ट्रैक पहुंचे, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। गांव में चर्चा फैली तो छात्रा का पिता भी मौके पर पहुंच गया। शव की शिनाख्त की। सूचना मिलने पर आई पुलिस ने परिजनों से घटना की जानकारी ली।
मृतका की मां का आरोप है कि उनकी बेटी के साथ गांव का ही एक युवक घर से निकलते समय छेड़खानी करता था। थाने में शिकायत की थी। सुनवाई न होने पर सीओ को भी समस्या बताई थी लेकिन फिर भी पुलिस ने आरोपी पर कार्रवाई नहीं की।
छात्रा के शव का पंचनामा भरते समय परिजन पुलिस पर भड़क गए। मृतका की मां बोली, हमारी शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई की होती तो बेटी जान देने को मजबूर नहीं होती। पंचनामे पर हस्ताक्षर से पहले आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग शुरू कर दी। काफी समझाकर पुलिस ने पंचनामे की कार्रवाई पूरी की।