खान-पान: भारत में टी टाइम स्नैक काफी पॉपुलर है। यहां चाय के साथ रस्क न लिए, तो चाय पीने का मजा नहीं आता। मजेदार बात तो यह है कि कुछ लोग तो सिर्फ टोस्ट के कारण ही चाय पीते हैं। बता दें कि टोस्ट एक कुरकुरा डबल बेक्ड ब्रेड है, जो खाने में काफी स्वादिष्ट और क्रंची लगता है।
पर क्या आप जानते हैं कि हेल्दी और लो कैलोरी माने जाने वाले टोस्ट या रस्क आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। जी हां, टोस्ट शुगर, ट्रांस फैट और एडिटिव्स से भरपूर है, जो धीरे-धीरे हमारी मेटाबॉलिक हेल्थ को खराब करते हैं। तो आइए जानते हैं कैसे रस्क हमारी सेहत को पहुंचाते हैं नुकसान।
रस्क बनाने के लिए, ब्रेड के आटे को बेक किया जाता है, काटा जाता है और फिर इसे तब तक बेक किया जाता है, जब तक की यह सुनहरा और कुरकुरा न हो जाए।
दो बार बेक करने की प्रक्रिया के बाद यह स्नैक सूखा और कुरकुरा हो जाता है, जिससे इसकी शेल्फ लाइफ बढ़ जाती है और ये बहुत जल्दी खराब नहीं होता। इतना ही नहीं रस्क की बनावट और स्वाद को बढ़ाने के लिए इसमें चीनी, दूध, अंडे और अन्य सामग्री के साथ रस्क का स्वाद दिया जाता है।
कैलोरी से भरपूर
बता दें कि इन रस्क में पोषक तत्व न के बराबर होते हैं, जबकि कैलोरी भरपूर होती है, जिससे आपका वजन बढ़ सकता है। बात अगर एक रस्क की करें, तो इसमें 40-60 कैलोरी तक होती है, लेकिन चाय के साथ खाने पर कितनी कैलोरी ले रहे हैं, इसका अंदाजा नहीं हो पाता।
ब्लड शुगर स्पाइक की समस्या
इस तरह के रिफाइंड कार्ब्स का सेवन करने से ब्लड शुगर स्पाइक्स (Ref) की समस्या होना संभव है। जिससे कुछ समय तक सुस्ती महसूस हो सकती है। चूंकि रस्क मैदा से तैयार किए जाते हैं, इसलिए इसमें डाइटरी फाइबर की कमी होती है।
रिफाइंड कार्ब्स ब्लड शुगर लेवल में वृद्धि कर सकते हैं, जिससे टाइप 2 डायबिटीज बढ़ने का खतरा बना रहता है। खासतौर से डायबिटीज वाले लोगों को रस्क खाने से बचना चाहिए।
प्रोटीन की कमी
टोस्ट में प्रोटीन कम मात्रा में पाया जाता है। जबकि हमारे शरीर को दिनभर ऊर्जावान रहने के लिए प्रोटीन की बहुत जरूरत होती है। यह न केवल आपको दिनभर भरा हुआ रखता है बल्कि मांसपेशियों के निर्माण और ब्लड शुगर लेवल को भी स्थिर रखने में मदद करता है।
कम मात्रा में फाइबर
इसमें फाइबर की बहुत कमी होती है। जिससे भूख कम लगती है और पाचन संबंधी समस्या का खतरा रहता है। चूंकि, यह स्नैक आसानी से पच नहीं पाता, ऐसे में नियमित रूप से इसके सेवन से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रॉब्लम जैसे सूजन, गैस और कब्ज हो सकता है।
पोषक तत्वों की कमी
हमारे शरीर को ठीक से काम करने के लिए कई तरह के विटामिन और मिनरल की जरूरत होती है, लेकिन टोस्ट हमारी इस जरूरत को पूरा नहीं कर पाते और शरीर में कमजोरी सी महसूस होने लगती है। कई बार इसे लगातार खाने से बच्चे भी कुपोषण का शिकार हो जाते हैं।