CPM के महासचिव Sitaram Yechury की सेहत में बुधवार रात तक कोई खास सुधार नहीं हुआ है। सीपीएम सूत्रों ने बताया कि सीताराम की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है। उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ है, लेकिन उनकी तबीयत और बिगड़ी भी नहीं है।
AKG भवन के सूत्रों के अनुसार, सीताराम को दिल्ली के AIIMS अस्पताल के ICU में रखा गया है। मंगलवार को उन्हें एक इंजेक्शन दिया गया था। डॉक्टरों ने सीपीएम नेताओं को बताया कि इंजेक्शन देने के बाद 48 घंटे तक स्थिति पर नजर रखनी होती है। लेकिन 24 घंटे के बाद भी उनकी हालत में कोई बदलाव नहीं हुआ, जिससे सीपीएम के नेताओं में चिंता बनी हुई है।
डॉक्टरों की एक टीम सीताराम येचुरी की हालत पर लगातार नजर रखे हुए है। उन्हें “रेस्पिरेटरी सपोर्ट” पर रखा गया है। कुछ दिनों पहले ये खबर फैली थी कि उनकी हालत गंभीर है। तब सीपीएम ने एक बयान जारी कर कहा था कि कुछ मीडिया संस्थान उनकी हालत को बढ़ा-चढ़ाकर बता रहे हैं। पार्टी ने यह भी कहा था कि सीताराम इलाज का अच्छा जवाब दे रहे हैं और उनकी हालत में सुधार हो रहा है। हालांकि, मंगलवार को सीपीएम के बयान में उनकी स्थिति को गंभीर बताया गया।
पिछले कुछ दिनों से सीपीएम के नेता बातचीत में कह रहे थे कि डॉक्टरों ने बताया है कि सीताराम के फेफड़ों में संक्रमण है, जिससे उनकी हालत कभी ठीक होती है और कभी बिगड़ जाती है। सीताराम काफी समय से धूम्रपान करते थे, जिससे निमोनिया के चलते उनके फेफड़ों में संक्रमण फैल गया। इसी कारण उन्हें दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया और आईसीयू में रखा गया है।
सीताराम येचुरी पिछले 20 अगस्त से AIIMS में इलाज करवा रहे हैं। 22 अगस्त को बुद्घदेब भट्टाचार्य की श्रद्धांजलि सभा में भी वे कोलकाता में मौजूद नहीं हो सके। उन्होंने अस्पताल से ही एक वीडियो संदेश भेजा था। इससे पहले 7 अगस्त को उनकी आँखों की सर्जरी हुई थी, जिसके कारण 9 अगस्त को बुद्धदेब की अंतिम यात्रा में भी वे नहीं आ सके थे। सीपीएम के संगठनात्मक स्तर पर पार्टी की बैठकों की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अगले साल अप्रैल में तमिलनाडु के मदुरै में सीपीएम की 24वीं पार्टी कांग्रेस आयोजित होनी है। उस समय पार्टी कांग्रेस के एजेंडा तैयार करने का काम महासचिव का होता है। इसी समय सीताराम येचुरी की तबीयत बिगड़ी हैं और अब उनकी हालत गंभीर है।