HomeOnline Quizस्वास्थ्यशिक्षा/नौकरीराजनीतिसंपादकीयबायोग्राफीखेल-कूदमनोरंजनराशिफल/ज्योतिषआर्थिकसाहित्यदेश/विदेश

----

Sirmaur : राजपुर श्रीमद् भागवत कथा और लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का समापन

By Sandhya Kashyap

Verified

Published on:

Follow Us

Sirmaur : मौके पर हुए ब्राह्मण और संत सम्मानित

Sirmaur जनपद के राजपुर कांगड़ा में आयोजित 8 दिवसीय भागवत कथा का आज समापन हो गया। जिसमें पूरे के क्षेत्र के वासियों ने अपने अपने  परिवारों के साथ लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में पूर्ण आहुति में भाग लिया। मंत्र उच्चारण से पूरा यजशाला के साथ साथ पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। पिछले 8 दिनों से पूरा इलाका मंत्रोच्चारण से गूंजा हुआ है।

Sirmaur : राजपुर श्रीमद् भागवत कथा और लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का समापन

Sirmaur : इस भागवत कथा और महायज्ञ में पूरे भारत वर्ष से संतों का जमावड़ा लगा हुआ है। जिसमें श्री श्री 1008 श्रीं लाल दास जी महाराज महाराष्ट्र से,भीमा शंकर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र देवदास जी महाराज वृंदावन वाले, रामेश्वर दास सत्तों, श्री गंगा दास जी महाराज, श्याम दास बाबा चयोग शिमला, संजय दास जी महाराज हरियाणा, रमेश गिरि महराज मध्य प्रदेश, रामदास जी महाराज, बैठल महराज महाराष्ट्र जी उपस्थित रहे।  

Sirmaur : आज भागवत कथा के समापन समारोह ज्ञानानंद महाराज जी  ने बताया कि अगर मनुष्य को भगवान से प्रीति हो जाए तो फिर संसार से कुछ नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि भक्ति इस तरह से करो की अगर स्वर्ग मिल  मिल जाए तो भी भक्ति नही छोड़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह भागवत कथा के कारण इतने बड़े संतों के दर्शनो का मौका मिला है। साधना ऐसी है जो वृक्ष से भी छोटा हों। ऐसा ना हो कि साधना करके अहम ना हो जाए।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Also Read : Sirmaur : 11 ब्राह्मण, 11 अग्निकुंड पर करवा रहे 11 जोड़ों से यज्ञ, गिरीपार में पहली बार “महालक्ष्मी नारायण महायज्ञ”

--advertisement--

उन्होने आज अजब रचा भगवान खिलौना माटी का, भजन गा कर पूरे पंडाल को भक्तिमय कर दिया। जो भी कर्म करो उनको भगवान के हवाले कर दो। उन्होंने बताया कि संत को भी माता के गर्भ से ही आते हैं इसलिए माता पिता सर्वोत्तम है। भगवान ने भी मोहिनी अवतार लिया था। उन्होने कहा कि सन्तों के दर्शन मिले यह सब गुरु कृपा और गुरु भाईयों, पूरे क्षेत्र की वजह से ही संभव हो पाया है। आप सब के भाव और सेवा के करण ही य महायज्ञ को पूरा करना संभव हो पाया है।

Sirmaur : राजपुर श्रीमद् भागवत कथा और लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का समापन

गौरतलब है कि Sirmaur राजपुर पंचायत में बीते कल से 8 जुलाई तक भागवत कथा  आयोजन किया जा रहा था.। जिसमें पूरे आंज- भोज क्षेत्र का सहयोग मिल रहा है।जिसके आज अंतिम दिन भी हजारों की संख्या लोगों की भीड़ जुटी।

भागवत रस का पान करने के बाद सभी भक्तों के लिए भंडारे की व्यवस्था की गई है. जो 8 जुलाई से 16 जुलाई तक रोज शाम को 5 बजे तक लगातार चला। इन सबके प्रयासों के कारण ही समूचा क्षेत्र के  यह सब संभव हो पाया हैं। आज का भंडारा सुनील चौहान पूर्व प्रधान बनोर द्वारा प्रभु चरणों में दिया जा रहा है।