Sirmaur : विभाग ने आरोपों से किया इंकार
Sirmaur जनपद के गिरीपार क्षेत्र में इन दिनों मेहरूवाला भुड्डी गांव के लगभग 25 परिवारों पर जल संकट पैदा हो गया है । लोगों को इस भारी गर्मी में पानी की भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। विभाग के अलावा 1100 नंबर पर शिकायत करने के बावजूद भी विभाग के कान पर जूं तक नहीं रेंगी है। धनला से आ रही इस स्कीम की पाइप रास्ते में ही फट गई है। सारा पानी खाले में बह रहा है जिसके कारण सड़क में भी गड्डे हो गए हैं। कई बार विभाग को जानकारी देने के बाद भी विभाग का कोई कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचता है।
स्थानीय लोगों में प्रकाश पुंडीर, सतीश, सोनू, तोता राम, गुलाब सिंह, उमा देवी, सुनीता देवी, कौशल्या देवी, बीना देवी ने बताया कि उनकी समस्या आज से नहीं बल्कि पिछले एक महीने से वो लोग पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस गए हैं।
Sirmaur : विभाग के कर्मचारियों के अलावा 1100 नंबर पर भी शिकायत करने के बावजूद भी उनकी समस्या का स्थाई समाधान नहीं हो पा रहा है। अब तो विभाग के कर्मचारी उनका फोन भी नहीं उठाते। अब मजबूरन सड़कों पर उतरकर आंदोलन करना ही एकमात्र रास्ता है। महीने भर से नलके सूखे पड़े हुए हैं। लोग स्थानीय सिंचाई कूहल से अपनी टंकियों को भर कर अपना काम चलाते हैं।
Also Read : Sirmaur : पानी के लिए दिघाली गांव में हाहाकार, तीन दिन बाद आ रहा पानी, विभाग बेखबर
गौरतलब है कि इस गांव के लिए धनला परियोजना से माकूल पानी होने के बावजूद विभाग की लापरवाही के कारण लोगों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। पीने के पानी के लिए लोगों को कई किलोमीटर दूर जाना पढ़ रहा है।
उधर इस मामले में विभाग के जेई वीरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि एक महीने से पानी नहीं आया लोगों का आरोप गलत है। इस परियोजना की पाइपलाइन जंगल से होकर गुजरती है। जहां पाईप लाईन को वेल्डिंग करने के लिए आसपास बिजली नहीं है। कई बार हमने पीठ पर लादकर वहां जरनेटर ले जा कर पाइप लाइन जोड़ दी थी लेकिन लोगों के पशु आकर इसको बार बार तोड़ देते हैं। जिसमें लोगों का सहयोग जरूरी है। पाइप लाइन को जोड़ने के लिए आज ही कर्मचारियों को मौके पर भेज दिया है।