Sirmaur : 16 जुलाई तक भागवत कथा का आयोजन
Sirmaur : जनपद के राजपुर कांगड़ा में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के साथ साथ महालक्ष्मी महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है जो गिरी क्षेत्र पर में नहीं वरन् सिरमौर में पहली बार किया गया है। इसके पहले पूरे क्षेत्र में किसी ने भी महालक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन नहीं किया है। इस महायज्ञ में अलग-अलग 11 हवनकुंड है जिस पर 11 ब्रह्मचारी ब्राह्मण 11 इलाके के 11 जोड़ो से हवन यज्ञ में आहुति दिलवाई जा रही है।
वृंदावन से आए आचार्या भक्तराज जी ने बताया कि इस महायज्ञ हवन में आहुति डालने से ही पूरे क्षेत्र का वातावरण मंत्र उच्चारण से शुद्ध हो जाता। जो क्षेत्र और परिवार पर आई हुई विपत्ति को टाल देता है। अंत मे जब इस यगशाला की 7 बार परिक्रमा की जाती है जो मोक्ष प्राप्त करने में सहायक होती है। ऐसा पहली बार इस इलाके में किया जा रहा है। इसके पहले ये यज्ञ राजा महाराजाओं द्वारा अपनी जनता की सुख शांति के लिए करवाए जाते थे।
आज ज्ञानानंद महाराज जी ने आज बताया कि आत्मा अमर है शरीर नश्वर इसलिए इस शरीर पर घमंड नहीं करना चाहिए। इंद्रियां को वश में करने का एकमात्र विकल्प सिर्फ भजन संध्या कीर्तन है इसलिए भगवान का भजन कर लो सब पाप मिट जाएंगे। मनुष्य श्रेष्ठ योनी है जिसमें मनुष्य सोच समझ सकता है इसलिए हमें सत्कर्म करने चाहिए।
उन्होंने आज भरत कथा सुना कर सबको भाव विभोर कर दिया। जब अंतिम समय हिरण के बच्चे से प्रीत लगाने के कारण हिरण की योनि में जन्म उन्होंने सभी जन्मों का बखान किया।
गौरतलब है कि राजपुर पंचायत में बीते कल से 16 जुलाई तक भागवत कथा आयोजन किया जा रहा है.। जिसमें पूरे आंज- भोज क्षेत्र का सहयोग मिल रहा है।जिसके आज दिन भी हजारों की संख्या लोगों की भीड़ जुटी। भागवत रस का पान करने के बाद सभी भक्तों के लिए भंडारे की व्यवस्था की गई है. जो 8 जुलाई से 16 जुलाई तक रोज शाम को 5 बजे होगा। इन सबके प्रयासों के कारण ही समूचा क्षेत्र के लोग आज भक्तिमय हो रहे हैं। आज का भंडारा रूदाना गावों द्वारा प्रभु चरणों में दिया जा रहा है।
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