हल्द्वानी : पूरा कुमाऊं चाहता है कि उन्हें 160 की रफ्तार से दौड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मिले। लोगों की इसी अपेक्षाओं के अनुरूप सरकार ने काठगोदाम से ट्रेन चलाने के लिए सर्वे कराया, मगर काठगोदाम में टूटी शंटिंग लाइन ने वंदे भारत एक्सप्रेस का इंतजार और लंबा कर दिया है।
19 अक्टूबर 2021 में गौला नदी के उफान पर आने के बाद काठगोदाम में रेलवे की शंटिंग लाइन बह गई थी। लंबे इंतजार के बाद दो महीने पहले ही शंटिंग लाइन की मरम्मत के लिए 15 करोड़ रुपये जारी हो गए। वन विभाग ने जमीन भी दे दी, मगर अभी तक शंटिंग लाइन नहीं बन सकी।
बता दें कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन काठगोदाम से चलनी है। शंटिंग लाइन बहने से कई ट्रेनों पर असर पड़ा है। शंटिंग लाइन बनेगी तो इसके बाद ही वंदे भारत एक्सप्रेस चलेगी।
हालांकि अधिकारियों ने जून तक शंटिंग लाइन सही करने का दावा किया था। ऐसे में माना जा रहा था कि जून अंत या जुलाई पहले सप्ताह तक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चल काठगोदाम से चल सकती है, लेकिन शंटिंग लाइन नहीं बन सकी। कुमाऊं के बीच में होने से काठगोदाम वंदे भारत एक्सप्रेस संचालन के लिए बेहतर जगह है। वहीं इस ट्रेन के लालकुआं व रामनगर से भी चलने की चर्चा तेज है। हालांकि, रेलवे के बड़े अधिकारी अभी कुछ भी कहने से बच रहे हैं।