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मनीष तोमर को कारण बताओ नोटिस जारी, चुनावी ताज फिसला हाथों से 

By Sandhya Kashyap

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Summary

पावटा साहिब (संजीव कपूर) : प्रदेश में 2022 विधानसभा चुनावों के लिए राजनीतिक माहौल गरमाने लगा है। चुनावी गर्माहट के बीच प्रदेश भाजपा की अंदरूनी फूट जनता के सामने आने लगी है। चुनाव लड़ने की हसरत पाले उम्मीदवार सामने आने लगे हैं। पांवटा साहिब में ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी के ...

विस्तार से पढ़ें:

पावटा साहिब (संजीव कपूर) : प्रदेश में 2022 विधानसभा चुनावों के लिए राजनीतिक माहौल गरमाने लगा है। चुनावी गर्माहट के बीच प्रदेश भाजपा की अंदरूनी फूट जनता के सामने आने लगी है। चुनाव लड़ने की हसरत पाले उम्मीदवार सामने आने लगे हैं। पांवटा साहिब में ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी के राजनीतिक शिष्य और खासम-खास कहे जाने वाले मनीष तोमर ने पार्टी के अंदर टिकट लेने से लेकर चुनाव लडने की चुनावी बिगुल जारी करके एक प्रैस वार्ता के दौरान अपनी दावेदारी ठोक दी है। जिससे पावटा साहिब भाजपा में जहां भीतरघात होने की अटकलें लगाई जा रही है। वही भाजपा मंडल ने मनीष तोमर को कारण बताओ नोटिस जारी करके जनता को समझाने की कोशिशें जारी रखी है। प्रैस वार्ता के दौरान मनीष तोमर ने अपने शब्दों के माध्यम से करीबियों को यह समझाने की कोशिश की है कि भाजपा से उनको टिकट मिलना पक्का है। और क्षेत्र की जनता उनके साथ खड़ी है।

चुनाव का समय जैसे जैसे नजदीक आ रहा है। प्रदेश भर में भाजपा की गुटबाज़ी खुलकर सामने आने लगी है। प्रदेश में जहाँ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर गुट सभी विधानसभा में सक्रिय नजर आने लगा है। और यह सक्रिय खेमा भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, गुट के विधायक व मंत्रीयों के गढ़ में टिकट के लिए ताल ठोकने लगे है। हम बात कर रहे जिला सिरमौर के विधानसभा क्षेत्र, पांवटा साहिब की। जहां से धूमल गुट के विधायक व मंत्री सुखराम चौधरी ने पिछले विधानसभा चुनावों में भारी मतों से जीत हासिल करके विधायक से मंत्री तक का सफर अपने बूते बनाया है। और चुनाव नजदीक आते ही विधानसभा क्षेत्र पांवटा में बीते दिनों की गई प्रेस वार्ता में भाजपा के बीच की गुटबाज़ी विधानसभा क्षेत्र की जनता के सामने आई है। हालांकि गुटबाज़ी बीते विधानसभा चुनावों में लगातार देखने को मिली थी। लेकिन चुनाव नजदीक आते ही गुरु के आगे शिष्य की राजनीति धरी की धरी नजर आती रही है।

नेता मनीष तोमर के टिकट मांगने के एलान से जाहिर हो रहा है कि, यहां अब दूसरे गुट के नेता राजनीति के अंदर किस्मत आजमाना चाहते है।और धूमल गुट की करनी व कथनी की कहानियों से जनता को अवगत करवाने की मुमकिन कोशिशें करेंगे। पांवटा भाजपा मंडल के पूर्व महामंत्री व वर्तमान में ग्राम पंचायत भैला के प्रधान, मनीष तोमर ने चुनावी ताल ठोक दी है। और चुनाव लड़ने का ऐलान करते ही पांवटा साहिब की राजनीतिक सियासत को गरमा दिया है।

प्रेसवार्ता में मनीष तोमर ने राजनीति में आने का मुख्य उद्देश्य दिन रात लोगों की जन सेवा करना तथा पांवटा साहिब विधानसभा क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार मुहैया करवाना की बात कही है। मनीष तोमर ने कहा कि अगर हाईकमान हमें मौका देती है तो अपने किए वादों पर खरा उतरेंगे। उल्लेखनीय है कि पांवटा विधानसभा क्षेत्र की राजनीति में भाजपा कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के दर्जन से अधिक उम्मीदवार किस्मत आजमाना चाहते हैं। फिलहाल चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवार टिकट के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं। पांवटा साहिब में अलेकी भाजपा पार्टी से तीन नेताओं ने चुनावी ताल ठोक दी है। पुराने दोस्त मदन शर्मा, बिरादरी से संबंध रखने वाले रोशन लाल शास्त्री और लंबे समय तक राजनीतिक शिष्य और साथी रहे मनीष तोमर ने टिकट के लिए दावेदारी रखी है। इतने दावेदार उभरने से सुखराम चौधरी की कूटनीतिक सोच पर सवाल नहीं उठ रहे हैं। बल्कि बिरादरी और आंजभोज एरिऐ से उनका खिसकता जनाधार जगजाहिर हो गया है। समीकरण साधने में माहिर माने जाने वाले सुखराम चौधरी बारी बारी बिछड़ते करीबियों को क्यों नहीं साध पा रहे है। यह सवाल यहां हर कोई पूछ रहा है?

यह देखना दिलचस्प होगा कि सुखराम चौधरी करीबी मित्र, बिरादरी भाई और साथी शिष्य की राजनीति के आगे मात खाते हैं। या इस बार पार्टी हाई कमान और जनता पर उनका करिश्माई जादू चलता है। यहां चुनाव लड़ने की हसरत पाले उम्मीदवार धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं। मनीष तोमर का कहना है कि भाजपा से उनको टिकट मिलना पक्का है और क्षेत्र के लोग जनता उनके साथ है। पावटा साहिब की आगामी राजनीति किसको उठाती है। और किसको पटकनी देती है। यह तो भविष्य बताएगा। लेकिन वर्तमान में प्रदेश ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी के लिए रास्ते के कांटे अधिक तीखे नजर आने लगे है। जो उर्जा मंत्री के वर्तमान कार्यकाल पर दर्जनों सवाल खड़े कर रहे है।