शिलाई : राजकीय महाविद्यालय शिलाई परिसर में आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ द्वारा आपदा जागरूकता केम्प का आयोजन किया गया है। प्रकोष्ठ समन्वयक कमलेश शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित जागरूकता केम्प में फायर सर्विस व होमगार्ड ने छात्रों को भूकंप, आगजनी सहित विभिन्न कारण व सुरक्षा के संदर्भ में विस्तार पूर्वक जानकारी दी तथा छात्रों से आपदा से निपटने का अभ्यास करवाया।
कम्पनी कमांडर रण सिंह ने आपदा प्रबंधन के विषय को विस्तार पूर्वक छात्रों के समक्ष रखा। उन्होंने बताया कि आपदा प्राकृतिक कारणों से तथा मानव निर्मित आपदा होती है। प्राकृतिक आपदा श्रेणी में भूकंप, भूस्खलन व बाढ़ इत्यादि शामिल है। मानव निर्मित आपदा दुर्घटना व पेड़ों का कटान, अत्यादिक खनन से आपदा आने की परिस्थितियां पैदा हो जाती है।
उन्होंने बताया कि आपदा के समय घायलों को सुरक्षित स्थान तक पहुचने के लिए उचित उपकरणों का होना आवश्यक है तथा उनको आपदा के समय पर इस्तेमाल करने के तरीकों को टीम ने छात्रों के सामने उदारहण देकर समझाए। बिना उपकरण के घायलों की मदद व हर प्रकार के चोटिल व्यक्ति को सुरक्षित स्थान तक पहुचने के अलग अलग प्रकार के उदहारण देकर छात्रों से अभ्यास भी करवाया।
दमकल कर्मी गीता राम ने महाविद्यालय के छात्रों को पेट्रोल, बिजली, एलपीजी व अन्य ज्वलनशील गैस से होने वाली आगजनी के कारणों से अवगत कराया। उन्होंने घरेलू गैस सिलेंडर को ब्लास्ट व आग के खतरे को रोकने के संदर्भ में जानकारी मुहैया कराई। उन्होंने घरेलू सिलेंडर में आग लग जाने के उपरांत बुझाने के उदाहरण दिए।
उन्होंने पानी में बिखरे तेल, बिजली के कारण लगी आग को बुझाने के उपयोग में लाए जाने वाले अलग-अलग प्रकार के अग्निशमन यंत्र को इस्तेमाल करने के विभिन्न उदाहरण दिए तथा अग्निशमन टीम ने छात्रों को गैस व पाउडर वाले अग्निशामक यंत्र को चलाने की ट्रेनिंग दी।
जागरूकता केम्प में अर्जुन शर्मा कार्यकारी प्रधानाचार्य महाविद्यालय शिलाई, राजेश कुमार प्रभारी उप अग्निशमन शिलाई, प्रो आत्मा राम ठाकुर, प्रो रविंदर शर्मा, प्रो विद्या देवी, प्रो रंजना, होमगार्ड एवं फायर सर्विस टीम तथा सैकड़ों कॉलेज छात्र उपस्थित रहें।