Shillai : उपायुक्त ने 9 जून तक आम जनता से आपत्तियाँ आमंत्रित की गई
(अंकिता ठाकुर, Shillai) : हिमाचल प्रदेश सरकार ने सिरमौर जिले के Shillai कस्बे को नगर पंचायत का दर्जा देकर एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। यह फैसला स्थानीय जनता की लंबे समय से चली आ रही मांग और क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

उपायुक्त सिरमौर ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है और 9 जून की शाम 5 बजे तक आम जनता से आपत्तियाँ आमंत्रित की गई हैं। इसके बाद Shillai को औपचारिक रूप से नगर पंचायत घोषित कर दिया जाएगा।
इस क्षेत्र को मिलेगा नगर पंचायत का दर्जा, ये रहेंगे वार्डों के नाम
सहायक आयुक्त अभिषेक सिंह ठाकुर ने जानकारी दी कि ग्राम पंचायत शिलाई के बाजार क्षेत्र को नगर पंचायत में शामिल किया गया है। धकोली मंदिर से गाता मेला मैदान, आईटीआई शिलाई से लेकर फतेयपुर धार तक का क्षेत्र इस नगर पंचायत का हिस्सा होगा।
प्रस्तावित नगर पंचायत को सात वार्डों में विभाजित किया गया है, इन वार्डों को महासू कॉलोनी, दुर्गा कॉलोनी, चुडेश्वर कॉलोनी, शिवा कॉलोनी, राजस्व कॉलोनी, महादेव कॉलोनी और गोगा जाहरवीर महाराज कॉलोनी के नाम से रखा गया है । जिसे स्थानीय प्रशासन बेहतर तरीके से जनसेवाएं उपलब्ध करा सकेगा।
राजनीतिक रस्साकशी के बाद बना रास्ता
शिलाई को नगर पंचायत बनाने की प्रक्रिया वर्षों से लंबित थी। विभिन्न राजनीतिक दलों और जनप्रतिनिधियों के बीच खींचतान के कारण निर्णय में देरी होती रही, लेकिन अब अंततः प्रदेश सरकार ने जनभावनाओं का सम्मान करते हुए इस फैसले को मूर्त रूप दे दिया है। यह फैसला शिलाई की राजनीतिक दृष्टि से भी बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है, जो आने वाले समय में क्षेत्र की तस्वीर बदल सकता है।
जनता को मिलेंगे ये प्रमुख फायदे
नगर पंचायत का दर्जा मिलने से Shillai कस्बे को कई महत्वपूर्ण लाभ मिलेंगे, जो निम्नलिखित हैं:
1. बेहतर नागरिक सेवाएं
अब शिलाई में नगर निकाय के अंतर्गत स्वच्छता, पेयजल आपूर्ति, सड़क मरम्मत, कूड़ा प्रबंधन, स्ट्रीट लाइट्स और जल निकासी जैसी बुनियादी सुविधाएं व्यवस्थित रूप से मिल सकेंगी। नगर पंचायत को मिलने वाले फंड के जरिए स्थानीय बुनियादी ढांचे का तीव्र विकास संभव होगा।
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2. सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ
नगर पंचायत बनने से केंद्र और राज्य सरकार की कई योजनाएं सीधे तौर पर लागू की जा सकेंगी। प्रधानमंत्री आवास योजना, अमृत योजना, स्मार्ट टाउन मिशन, शहरी रोजगार गारंटी योजना जैसी योजनाओं का लाभ अब शिलाई के लोगों को मिलेगा।
3. स्वतंत्र प्रशासनिक इकाई
नगर पंचायत बनने के बाद Shillai को एक स्वतंत्र प्रशासनिक इकाई का दर्जा मिलेगा, जिससे स्थानीय समस्याओं का समाधान तेजी से हो सकेगा। इसके लिए नगर पंचायत बोर्ड का गठन किया जाएगा, जिसमें स्थानीय जनता के चुने हुए प्रतिनिधि होंगे।
4. रोजगार और व्यवसाय को बढ़ावा
Shillai में व्यापारिक गतिविधियों को नगर पंचायत के अंतर्गत अधिक समर्थन मिलेगा। स्थानीय मार्केट के विकास, व्यापार लाइसेंसिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधाएं, और टूरिज्म को बढ़ावा देने की दिशा में भी कार्य होगा। इससे युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
5. शहरी सौंदर्यीकरण और विकास योजनाएं
नगर पंचायत का दर्जा मिलने से शहर की सूरत बदलेगी। सौंदर्यीकरण के तहत सड़कों का चौड़ीकरण, पार्कों का निर्माण, ट्रैफिक प्रबंधन और सार्वजनिक स्थलों का विकास होगा। यह क्षेत्र को एक आधुनिक और व्यवस्थित नगर में बदलने की दिशा में बड़ा कदम है।
लोगों से मांगी गई आपत्तियाँ
Shillai प्रशासन ने जनता से अपील की है कि जो भी व्यक्ति इस निर्णय से संबंधित कोई आपत्ति रखते हैं, वे 9 जून शाम 5 बजे तक अपनी आपत्तियाँ प्रस्तुत कर सकते हैं। इसके लिए उपायुक्त कार्यालय या सहायक आयुक्त (शिलाई) कार्यालय में संपर्क किया जा सकता है। प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि किसी भी नागरिक की चिंता या शंका को गंभीरता से सुना जाए।
भविष्य की योजनाएं
नगर पंचायत बनने के बाद, शिलाई में शिक्षा, स्वास्थ्य, और परिवहन जैसी अन्य आवश्यक सेवाओं के विस्तार की भी योजना है। आईटीआई, कॉलेज और स्वास्थ्य केंद्रों के अपग्रेडेशन को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ ही, क्षेत्र में डिजिटल सेवाओं का प्रसार, वाई-फाई जोन और स्मार्ट कार्ड जैसी सुविधाएं भी लागू की जाएंगी।
शिलाई को नगर पंचायत का दर्जा मिलना न केवल प्रशासनिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक और आर्थिक दृष्टि से भी एक दूरगामी निर्णय है। यह निर्णय क्षेत्र के विकास को नई दिशा देगा और यहां की जनता को वह सुविधाएं और अधिकार प्रदान करेगा, जो अब तक उन्हें सीमित रूप में ही प्राप्त हो रहे थे। सरकार का यह प्रयास शिलाई को एक आदर्श नगर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।