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पिथौरागढ़: लिपुलेख हाईवे के पास दरकी चट्टान, SDRF ने 40 तीर्थयात्रियों की बचाई जान

By Alka Tiwari

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Summary

पिथौरागढ़: लिपुलेख हाईवे के पास भूस्खलन से करीब 120 मीटर सड़क पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। सड़क को आवागमन के लिए सुचारू करने में दो-तीन दिन का समय लग सकता है। इस बीच यहां फंसे आदि कैलाश यात्रा के तीर्थयात्रियों को एसडीआरएफ ने सुरक्षित निकाल लिया है। सुरक्षित ...

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पिथौरागढ़: लिपुलेख हाईवे के पास भूस्खलन से करीब 120 मीटर सड़क पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। सड़क को आवागमन के लिए सुचारू करने में दो-तीन दिन का समय लग सकता है। इस बीच यहां फंसे आदि कैलाश यात्रा के तीर्थयात्रियों को एसडीआरएफ ने सुरक्षित निकाल लिया है।

सुरक्षित यात्रियों को धारचूला ले गई एसडीआरएफ की टीम

बचाए गए 40 तीर्थयात्रियों को एसडीआरएफ की टीम सुरक्षित धारचूला ले गई है। आपको बता दें कि चीन सीमा को जोड़ने वाली तवाघाट-लिपुलेख सड़क धारचूला से 45 किमी आगे लखनपुर के पास चट्टान दरकने से बंद हो गई है। 

नहीं हुई कोई जनहानि

पहाड़ी दरकने से पूरा पहाड़ ही सड़क पर आ गिरा। गनीमत रही कि सड़क निर्माण में लगे मजदूर और ग्रामीण घटना स्थल से काफी दूर होने से कोई जनहानि नहीं हुई।

बार-बार सड़क बाधित होने से यात्री परेशान

धारचूला से आगे लखनपुर के पास करीब 120 मीटर सड़क पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। सड़क को यात्रा के लिए सुगम बनाने में करीब दो-तीन दिन का समय लग सकता है। सड़क बंद होने से धारचूला और गुंजी में तीन सौ से अधिक यात्री फंस गए हैं। बार-बार सड़क बाधित होने से यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

Alka Tiwari

अलका तिवारी, उत्तराखंड की वरिष्ठ महिला पत्रकार हैं। पिछले एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। प्रिंट मीडिया के विभिन्न संस्थानों के साथ ही अलका तिवारी इलेक्ट्रानिक मीडिया, दूरदर्शन व रेडियो में भी सक्रिय रहीं हैं। मौजूदा वक्त में डिजिटल मीडिया में सक्रियता है।