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संघर्ष समिति ने बांध प्रबंधन को दिया 15 दिन का अल्टीमेटम, 15 दिन बाद बांध निर्माण स्थल पर होगा धरना प्रदर्शन

By Sandhya Kashyap

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संगड़ाह (पूजा कपिला) : श्री रेणुका बांध जन संघर्ष समिति अब निर्णायक लड़ाई लड़ने के मूड में है जिसमें संघर्ष समिति ने बांध प्रबंधन को दो टूक जवाब देते हुए कहा कि यदि 15 दिनों के भीतर उनकी अधिकतर मांगों का निस्तारण नहीं हो जाता तो संघर्ष समिति किसी भी हद तक जा सकती है। बुधवार को पंचायत भवन ददाहू में श्री रेणुका बांध जन संघर्ष समिति की बैठक समिति के मुख्य सलाहकार धर्म चंद शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में करीब दो दर्जन लोगों ने भाग लिया। संघर्ष समिति के अध्यक्ष योगेंद्र कपिला ने जानकारी देते हुए बताया कि श्री रेणुका बांध परियोजना के महाप्रबंधक द्वारा संघर्ष समिति की बैठक बुलाई गई थी लेकिन जब उनसे बात की गई तो उन्होंने समय का अभाव बताते हुए आगामी समय में बैठक करने की बात कही। जिस पर उन्होंने कहा कि अब अगली मुलाकात बांध निर्माण स्थल पर ही होगी।

            बैठक में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते हुए बांध प्रबंधन की ढुलमुल नीति के खिलाफ कड़ा संज्ञान लेते हुए संघर्ष समिति ने निर्णय लिया के 15 दिनों के उपरांत बांध निर्माण स्थल पर संघर्ष समिति धरना प्रदर्शन करेगी तथा बांध प्रबंधन के आला अधिकारियों से उसी स्थान पर भेंटवार्ता होगी। संघर्ष समिति के महासचिव संजय चौहान, संयोजक पूरन चंद शर्मा, कानूनी सलाहकार वरुण शर्मा, कोषाध्यक्ष हरी चंद शर्मा आदि ने कहा कि बांध प्रबंधन के साथ पिछले 15 वर्षों से लगातार बैठकों का दौर जारी है जिसमें हर बार 15 दिन का समय मांगा जाता है। लेकिन 15 वर्ष बीतने के उपरांत वह 15 दिन अभी तक पूरे नहीं हुए। इसी बात को लेकर संघर्ष समिति ने बांध प्रबंधन को 15 दिन का ही समय दिया है जिसमें 15 दिन के उपरांत संघर्ष समिति कड़ा रुख अपनाते हुए बांध निर्माण स्थल पर धरना प्रदर्शन करेगी।

बैठक में संघर्ष समिति के अध्यक्ष योगेंद्र कपिला संयोजक पूर्ण चंद शर्मा, महासचिव संजय चौहान, मुख्य सलाहकार धर्म चंद शर्मा, कोषाध्यक्ष हरी चंद्र शर्मा कानूनी सलाहकार वरुण शर्मा राजकुमार शर्मा, जयप्रकाश, टीकाराम शर्मा मलाहण उप समिति के अध्यक्ष राजेश ठाकुर, मसतराम, देवीराम, बाबूराम रमेश कुमार के अलावा समिति के सदस्यों ने भाग लिया।