Vicky Kaushal ने बहुत एक आउटसाइडर होकर भी बॉलीवुड में काफ़ी लंबा सफर तय किया है। उनके पिता, श्याम कौशल, चाहते थे कि विकी एक इंजीनियर बने, लेकिन विकी का झुकाव फिल्मी दुनिया की ओर था। अपने अभिनय करियर की शुरुआत से पहले, विकी ने अनुराग कश्यप के साथ “गैंग्स ऑफ वासेपुर” के सेट पर सहायक निर्देशक के रूप में काम किया।
फिल्म की शूटिंग के दौरान, विकी ने एक डरावना अनुभव सहा। बाली माफिया के 500 सदस्यों ने क्रू पर हमला कर दिया, यह सोचकर कि वे अवैध खनन में शामिल हैं। विकी को पीटा गया और बाद में पुलिस द्वारा एक अन्य क्रू सदस्य के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, इस घटना ने विकी को अपने सपनों का पीछा करने से नहीं रोका।
विकी की मेहनत और प्रतिभा ने उन्हें अंततः एक प्रमुख अभिनेता बना दिया, और उनकी प्रस्तुतियों के लिए उन्हें बहुत सराहना मिली। चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, विकी की यात्रा कई लोगों के लिए प्रेरणा है, जो उनके दृढ़ संकल्प और उनके काम के प्रति जुनून को दर्शाती है। मध्यवर्गीय पृष्ठभूमि से लेकर स्टारडम तक, विकी कौशल की कहानी मेहनत और दृढ़ निश्चय की शक्ति का प्रमाण है। विकी ने अपने करियर की शुरुआत छोटे-छोटे रोल से की। धीरे-धीरे उन्होंने अपनी प्रतिभा और अभिनय क्षमता को साबित किया। “मसान” फिल्म में उनके प्रदर्शन ने उन्हें पहली बार मुख्यधारा में पहचान दिलाई।
इसके बाद “उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक” में उनकी मुख्य भूमिका ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया। इस फिल्म के लिए उन्होंने बेस्ट एक्टर का नेशनल फिल्म अवॉर्ड भी जीता। विकी का कहना है कि इस सफलता के पीछे उनके माता-पिता और परिवार का बड़ा योगदान है। विकी का संघर्ष केवल फिल्मों तक सीमित नहीं रहा। उन्हें कई बार असफलता का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। अपने शुरुआती दिनों में, उन्हें कई बार रिजेक्शन का सामना करना पड़ा, लेकिन उन्होंने इसे अपने आत्मविश्वास पर असर नहीं पड़ने दिया।
विकी का मानना है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। मेहनत, समर्पण और सही दिशा में प्रयास करना ही सफलता की कुंजी है। उनका यह भी कहना है कि अगर आप अपने काम के प्रति ईमानदार हैं, तो सफलता जरूर मिलती है। आज विकी कौशल बॉलीवुड के सबसे चमकते सितारों में से एक हैं। उनकी कहानी हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो बड़े सपने देखता है और उन्हें सच करने का हौसला रखता है। विकी की यह यात्रा हमें यह सिखाती है कि चाहे कितनी भी मुश्किलें आएं, अगर हमारा इरादा पक्का हो, तो सफलता जरूर मिलती है।