देश के लगभग 50 स्थानों पर सवर्ण ज्योतिपीठों का अन्तकाल के लिए किया जाएगा स्थापन: पंकज दास
शिलाई का गिर्नोल पूर्णेश्वर महादेव मंदिर बनेगा हिमाचल में पहली ज्योतिपीठ का गवाह
कँवर ठाकुर (शिलाई):- परम धर्म संसद ने हिमाचल प्रदेश में सनातन वैदिक हिन्दू संस्कृति का प्रसार करने का बीड़ा उठाया है, इसके लिए सभी संसदीय क्षेत्रों में उत्तम आचरण वाले परम धार्मिक व्यक्ति की उनके क्षेत्रों में धर्मांसद के रूप में नियुक्ति किया जाएगा, उनके माध्यम से सभी विधानसभा क्षेत्रों में धर्माधायकों की नियुक्ति कर परम धर्म संसद् 1008 के कार्यक्रम हिमाचल की पवित्र धरती पर आरंभ किए जाएगें, जिससे परम धार्मिक जनता का धार्मिक आध्यात्मिक उन्नयन हो सके, परम धर्म सभा के हिमाचल प्रदेश प्रमुख पंकज दास ने प्रेस वार्ता के दौरान शिलाई में बताई है।
पंकज दास बताते है कि पूज्यपाद ज्योतिष्पीठाधीश्वर एवं द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी सरस्वती महाराज द्वारा गठित सनातन वैदिक हिन्दू परम धर्म संसद् 1008 के अन्तर्गत समायोजित हिमाचल प्रदेश परम धर्म सभा के हिमाचल प्रदेश प्रमुख के पद पर नियुक्ति 18 जून को प्रवर धर्माधीश श्स्वामि अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती के द्वारा परम धर्म संसद् 1008 के मुख्यालय काशी में की गई है।
पूज्यपाद जगद्गुरु शंकराचार्य महाराज और परम धर्म संसद् 1008 के प्रवर धर्माधीश स्वामिश्री अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती ने जो विश्वास जताया है उस पर खरा उतरने की प्रतिज्ञा के साथ हिमाचल परिक्रमा के साथ सोमवार से अपने कार्य का आरंभ किया गया है। अगले चार महीने में हिमाचल परिक्रमा सम्पन्न कर अगले कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी।
अगले 4 महीने समूचे हिमाचल प्रदेश का भर्मण किया जाएगा तथा पंचायत स्तर पर इकाइयों के साथ किया जाएगा, इसके बात सवर्ण ज्योतिपीठों की स्थापना की जाएगी, देश के लगभग 50 स्थानों पर सवर्ण ज्योतिपीठ अन्तकाल के लिए स्थापित किया जाएगा ताकि देश वासियों के कल्याण हो सकें। इसके लिए नियमानुसार व्यवस्थाएं की जाएगी