कामकाज ठप्प होने की वजह से मालिक ने रोड रोलर को एक खुले मैदान में खड़ा किया था, बेंगलुरु में रोड रोलर चोरी होने का यह पहला केस है
अखण्ड भारत: चंद्रा लेआउट इलाके के निवासी वी. सेल्वाराज ने 12 साल पहले 2 लाख रुपये में रोड रोलर खरीदा था। लॉकडाउन में काम नहीं होने की वजह से उन्होंने खुले मैदान में इसे खड़ा किया था। एक रिश्तेदार की मौत की वजह से उन्हें तमिलनाडु जाना पड़ा। कुछ दिन बाद लौटकर आने पर उन्हें रोड रोलर गायब मिला, जिसकी शिकायत लेकर वह पुलिस के पास गए। पुलिस ने तीन हिस्सों में कटा हुआ रोड रोलर बरामद किया।
बेंगलुरु में रोड रोलर चोरी होने का यह पहला केस है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘प्रारंभिक जांच में पता चला कि रोड रोलर को जून के दूसरे सप्ताह में दो क्रेनों की मदद से ट्रक में लोड किया गया। हमने ट्रक और ट्रेन के लिए नागरभावी और आसपास के इलाके की सीसीटीवी फुटेज खंगाली।’ पुलिस को आखिरकार मगाडी रोड के पास सीगेहल्ली में रोड रोलर मिला।
बिचौलिए का काम करने वाले एन. विनय का नाम सामने आया। उसने मशीन के पुर्जों की कीमत के साथ ही स्क्रैप के तौर पर बेचकर पैसा कमाने के लिए स्क्रैप व्यापारी इस्माईल के साथ सौदा किया। वे नागरभावी में 80 फीटा रोड पर खड़े रोड रोलर की कई दिनों तक रेकी करते रहे और जब उन्हें विश्वास हो गया कि इसे कोई लावारिस छोड़ गया है, तब उन्होंने अपने काम को अंजाम दिया। दोनों आरोपी फरार हैं। वहीं विनय की कार के ड्राइवर पवन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
गिरफ्तार पवन ने बताया कि वे रोड रोलर को उठाकर सीगेहल्ली इलाके में लेकर आए। गैस कटर की मदद से उन्होंने रोड रोलर को तीन हिस्सों में काट दिया और फिर स्क्रैप कारोबारियों से डील करने लगे। इस्माइल के साथ आखिर में 7800 किलो की गाड़ी के लिए 28 रुपये प्रति किलो के हिसाब से डील तय हुई।’ आरोपी विनय कारोबारी नारायनप्पा का बेटा है और पिता का कामकाज देखता है। डील के हिसाब से उसे 2 लाख 20 हजार से भी कम मिला होता।
स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार किए गए पवन को स्थानीय कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। वहीं मुख्य आरोपी विनय और इस्माईल की तलाश के लिए टीम गठित कर दी गई है।