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लौट रहे कांवड़िये, 2 दिन चढ़ा सकेंगे जल….. जानें कब से कब तक होगा बाबा का जलाभिषेक

By Sushama Chauhan

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Summary

डेस्क: शहर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग और अन्य मार्गों पर भी कांवड़ियों का जत्था दिखाई दिया, जो शनिवार को मंदिरों व शिवालयों में कांवड़ चढ़ाकर भगवान शिव का अभिषेक करेंगे। सावन शिवरात्रि कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है। इस बार 15 जुलाई को यह दिन है, जिस ...

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डेस्क: शहर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग और अन्य मार्गों पर भी कांवड़ियों का जत्था दिखाई दिया, जो शनिवार को मंदिरों व शिवालयों में कांवड़ चढ़ाकर भगवान शिव का अभिषेक करेंगे। सावन शिवरात्रि कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है। इस बार 15 जुलाई को यह दिन है, जिस का शुभ मुहूर्त शनिवार रात 8:30 से शुरू होगा, जबकि अगले दिन 16 जुलाई को रात 10:08 तक इसकी समाप्ति होगी। पालम विहार स्थित शिव मंदिर के पुजारी नागेंद्र उनियाल ने बताया कि प्रारंभ तिथि होने के चलते पहले दिन ही शिवरात्रि मनाई जाएगी। सावन मास की शिवरात्रि के दिन जल चढ़ाने का शुभ मुहूर्त रात्रि 8:32 पर रहेगा। जो शिवभक्त पहले दिन किसी कारण वर्ष जलाभिषेक नहीं कर सकेंगे, वह दूसरे दिन यानी रविवार को भी रात 10:00 बजे से पहले शिव पूजन और जलाभिषेक कर सकते हैं। भगवान शिव की पूजा निशिता काल में करना अति उत्तम माना जाता है इसलिए शिवरात्रि 15 जुलाई को मनाई जाएगी।

कावड़िए सावन शिवरात्रि के दिन गंगाजल से शिवलिंग का जलाभिषेक करेंगे। ऐसी मान्यता है कि शिवरात्रि भगवान शंकर और पार्वती की विवाह की बेला है। जिस तरह से भगवान शिव की बारात चली थी, वैसे ही कावड़ यात्री चलते हैं। शहर के सभी बड़े मंदिरों से लेकर छोटे-छोटे मंदिरों में जलाभिषेक होगा। जिसे लेकर मंदिरों को सजाया गया है। कादीपुर स्थित शिवमंदिर से लेकर, भूतेश्वर, घंटेश्वर, सिद्धेश्वर, सेक्टर-4 के श्रीकृष्ण मंदिर, श्रीराम मंदिर, प्रताप नगर के श्रीराम मंदिर, अर्जुन नगर के शिव मंदिर व हनुमान मंदिर, मदनपुरी के बाबा अमरनाथ मंदिर, सूर्य विहार के माता वैष्णो देवी मंदिर, गीता भवन, बाबा प्रकाशपुरी आश्रम, गढ़ी हरसरु का शिव मंदिर, पटौदी क्षेत्र के इच्छापुरी मंदिर और बादशाहपुर, भोंडसी, फर्रुखनगर व सोहना के पांडवकालीन शिव मंदिर में जलाभिषेक की खास तैयारियां की गई हैं।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शिव पूजा के लिए शिव पुराण, शिव पंचाक्षर, शिव स्तुति, शिव अष्टक, शिव चालीसा, शिव रुद्राष्टक और शिव श्लोक का पाठ करना चाहिए। इस दिन लक्ष्मी, सरस्वती और सीता-सावित्री आदि ने भी शिव को प्रसन्न करने के लिए व्रत किया था। जिला प्रशासन ने भी कांवड़ियों की सुरक्षा को लेकर पुख्ता प्रबंध किए हैं। शिविरों पर भी पुलिस प्रशासन की पूरी नजर है। सभी मंदिरों व सार्वजनिक स्थानों पर भी पुलिस प्रशासन ने पुलिसकर्मी तैनात किए हैं, ताकि किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना से निपटा जा सके।

राजीव नगर स्थित गुफा वाला अखंड परमधाम शिव मंदिर में दर्शन करने के लिए दिल्ली-एनसीआर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। इस मंदिर में केवल महाशिवरात्रि और सावन ही नहीं बल्कि पूरे साल लोगों की आस्था का केंद्र बना रहता है। यहां जैसा पंचमुखी शिवलिंग की काफी मान्यता है, जो कि बहुत कम ही देखने को मिलता है। सावन की शिवरात्रि, फाल्गुन की महाशिवरात्रि के अलावा मासिक शिवरात्रि यहां बहुत धूमधाम से मनाई जाती है।

Sushama Chauhan

सुषमा चौहान, हिमाचल प्रदेश के विभिन्न प्रिंट,ईलेक्ट्रोनिक सहित सोशल मीडिया पर सक्रीय है! विभिन्न संस्थानों के साथ सुषमा चौहान "अखण्ड भारत" सोशल मीडिया पर मोजूदा वक्त में सक्रियता निभा रही है !