HomeOnline Quizस्वास्थ्यशिक्षा/नौकरीराजनीतिसंपादकीयबायोग्राफीखेल-कूदमनोरंजनराशिफल/ज्योतिषआर्थिकसाहित्यदेश/विदेश

----

तीसरे दिन भी जारी रहा रेस्क्यू ऑपरेशन, 3 दिन में 2074 लोगों को सुरक्षित निकाला बाहर

By Sandhya Kashyap

Verified

Published on:

Follow Us

धर्मशाला, 17 अगस्त : जिला कांगड़ा के इंदोरा और फतेहपुर उपमंडल में चल रहा राहत एवं बचाव कार्य आज तीसरे दिन भी जारी रहा। जिलाधीश डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य में लगी भारतीय सेना, वायुसेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों ने आज तीसरे दिन कुल 309 लोगों को सकुशल बाढ़ग्रस्त क्षेत्र से निकाला। उन्होंने बताया कि आज 228 लोगों को वायुसेना के हेलीकॉप्टर की मदद से और 81 लोगों को बोट के माध्यम से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

तीन दिन में बचाई 2074 लोगों की जान

उपायुक्त ने बताया सेना और अन्य बचाव दलों ने तीन दिन में 2074 लोगों की जान को बचाते हुए, उन्हें इंदोरा और फतेहपुर के जलमग्न क्षेत्रों से रेस्क्यू किया। उन्होंने बताया कि इस दौरान 967 लोगों को एयरफोर्स के चॉपर से, 897 लोगों को बोट से और 210 लोगों को अन्य माध्यमों से बाहर निकाला गया।

इंदोरा से 1652 और फतेहपुर से किए 422 लोग रेस्क्यू

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

डीसी ने बताया कि इंदोरा उपमंडल से सर्वाधिक 1652 फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। जिनमें 792 लोगों को एयरलिफ्ट और 860 लोगों को बोट से निकाला गया। उन्होंने बताया कि इंदोरा में पहले दिन 493, दूसरे दिन 851 और आज तीसरे दिन 308 लोगों को रेस्क्यू किया गया।

--advertisement--

वहीं फतेहपुर उपमंडल में तीन दिन में 422 लोगों को रेस्क्यू किया गया। उन्होंने बताया कि फतेहपुर में रेस्क्यू किए गए लोगों में 175 को एयरलिफ्ट किया गया, जबकि 37 को बोट और 210 को अन्य माध्यमों से सुरक्षित निकाला गया। फतेहपुर में पहले दिन 273, दूसरे दिन 148 और आज तीसरे दिन बोट से एक व्यक्ति को रेस्क्यू किया।

राहत शिविरों में रह रहे 325 लोग

डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि प्रशासन द्वारा इंदोरा और फतेहपुर में स्थापित पांच राहत शिविरों में आज वीरवार को 325 लोगों ने आश्रय लिया है। उन्होंने बताया कि फतेपुर उपमंडल के बढूखर राहत शिविर में 214 और फतेहपुर रिलीफ कैंप में 19 लोग रह रहे हैं। वहीं इंदोरा के शेखपुरा में 64 और नूरपुर के लदरोड़ी में स्थापित रिलीफ कैंप में 28 लोगों ने शरण ली है। जबकि डमटाल के राम गोपाल मंदिर में फिलहाल कोई नहीं है।

उन्होंने बताया कि रेस्क्यू किए गए लोगों को एचआरटीसी की बसों के माध्यम से सीधा राहत शिविरों में ही ही लाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यहां प्राथमिक चिकित्सा जांच और भोजन प्राप्त करके अधिकतम लोग अपने सगे संबंधियों के पास रहने चले जा रहे हैं।

रिलीफ कैंप में रूटीन टीकाकरण

उपायुक्त ने बताया कि राहत शिविरों में रह रहे रेस्क्यू किए गए लोगों में बहुत सी गर्भवती महिलाएं और छोटे बच्चे भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि फतेहपुर के बढूखर में राधा स्वामी सत्संग भवन में चल रहे राहत शिविर में इनके लिए आज रूटीन टीकाकरण सेशन आयोजित किया गया। उन्होंने बताया कि इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने दो गर्भवती महिलाओं और पांच शिशुओं का टीकाकरण किया।