Rahul Gandhi : बने है 18वीं लोकसभा मे नेता प्रतिपक्ष
Rahul Gandhi 18वीं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष चुने गए है। विपक्ष के नेता के तौर पर राहुल गाँधी को अब कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है। इससे उनका प्रोटोकॉल सूचि में भी स्थान बढ़ जायेगा।
Rahul Gandhi एक भारतीय राजनीतिज्ञ और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वर्तमान नेता हैं। उनका जन्म 19 जून 1970 को नई दिल्ली, भारत में हुआ था। वह राजीव गांधी और सोनिया गांधी के बेटे और इंदिरा गांधी के पोते हैं।
Rahul Gandhi ने 2017 से 2019 तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष और 2004 से 2019 तक अमेठी से संसद सदस्य के रूप में कार्य किया है। वह राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा विधेयक और भूमि अधिग्रहण विधेयक सहित विभिन्न पहलों में शामिल रहे हैं। वह किसानों, छात्रों और युवाओं के अधिकारों के भी प्रबल समर्थक रहे हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:
– 19 जून 1970 को नई दिल्ली, भारत में जन्म
– राजीव गांधी और सोनिया गांधी के पुत्र
– इंदिरा गांधी के पोते
– जवाहरलाल नेहरू के प्रपौत्र
– सेंट कोलंबा स्कूल, नई दिल्ली और हार्वर्ड विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की
राजनीतिक कैरियर:
– 2004 में राजनीति में प्रवेश किया, अमेठी से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीता
– 2007 से 2013 तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव के रूप में कार्य किया
– 2013 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उपाध्यक्ष नियुक्त
– 2017 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए
– आम चुनाव में पार्टी की हार के बाद 2019 में अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया- लोकसभा चुनाव 2024 में
पहल और नीतियां:-
– राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा विधेयक और भूमि अधिग्रहण विधेयक की वकालत की
– किसानों, छात्रों और युवाओं के अधिकारों का समर्थन किया
-भ्रष्टाचार, रोजगार और शिक्षा जैसे मुद्दों पर फोकस
विवाद और आलोचनाएँ:
– अपनी नेतृत्व शैली और राजनीतिक रणनीतियों के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा
– आम लोगों से संपर्क से बाहर होने का आरोप
– 2019 पुलवामा हमले सहित विभिन्न मुद्दों पर उनकी टिप्पणियों के लिए आलोचना की गई
व्यक्तिगत जीवन:
– Rahul Gandhi अपनी मां सोनिया गांधी के साथ नई दिल्ली में रहते हैं
– एक बहन हैं, प्रियंका गांधी वाड्रा
– पढ़ना, शतरंज खेलना और योगाभ्यास करना अच्छा लगता है
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Rahul Gandhi विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों के प्रबल समर्थक रहे हैं, जिनमें शामिल हैं:
– युवाओं को सशक्त बनाना और राजनीति में उनकी भागीदारी को प्रोत्साहित करना
– किसानों के अधिकारों का समर्थन और कृषि कानूनों का विरोध
– दलित और आदिवासियों जैसे हाशिए पर रहने वाले समुदायों के अधिकारों की वकालत करना
– शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा सुधार को बढ़ावा देना
– भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना और शासन में पारदर्शिता को बढ़ावा देना
वह विभिन्न पहलों में भी शामिल रहे हैं, जैसे:
– राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा विधेयक, जिसका उद्देश्य लाखों भारतीयों को सब्सिडी वाला भोजन उपलब्ध कराना है
– भूमि अधिग्रहण विधेयक, जिसका उद्देश्य किसानों के अधिकारों की रक्षा करना और भूमि अधिग्रहण के लिए उचित मुआवजा सुनिश्चित करना है
– सूचना का अधिकार अधिनियम, जिसका उद्देश्य शासन में पारदर्शिता को बढ़ावा देना है
राहुल गांधी सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के भी कड़े आलोचक रहे हैं और उन्होंने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को रद्द करने सहित सरकार की विभिन्न नीतियों और फैसलों के खिलाफ बोला है।