मंडी : जिले में स्थित लाल बहादुर शास्त्री नेरचौक मेडिकल कॉलेज में रैगिंग मामला सामने आया है। वहीं, कॉलेज प्रबंधन ने रैगिंग के आरोपी छह सीनियर छात्रों पर कार्रवाई की है। सभी को हॉस्टल से छह माह के लिए और शैक्षणिक सत्र से तीन माह के लिए निष्कासित कर दिया गया है। इसके साथ ही आरोपी विद्यार्थियों को 25-25 हजार रुपये जुर्माना लगाया गया है।
जानकारी के अनुसार नेरचौक स्थित लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार को नए दाखिल हुए एमबीबीएस प्रशिक्षुओं के साथ रैगिंग का मामला सामने आया। मेडिकल कॉलेज के 2022 बैच के कुछ प्रशिक्षु नए दाखिल लिए प्रशिक्षुओं की रैगिंग ले रहे थे। कॉलेज प्रबंधन को इसकी भनक लग गई। रैगिंग में छह वरिष्ठ छात्र संलिप्त पाए गए हैं। एंटी रैगिंग कमेटी के अनुसार रैगिंग में छह वरिष्ठ प्रशिक्षु छात्र संलिप्त पाए गए। इन छात्रों को सजा के तौर पर छह महीने के लिए छात्रावास से निष्कासित कर दिया गया है और शैक्षणिक सत्र में भाग लेने पर भी पाबंदी लगाई गई है। छात्रों को 25-25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक के प्रधानाचार्य डीके वर्मा ने कहा कि शनिवार को संस्थान की एंटी रैगिंग कमेटी की एक बैठक बुलाई गई। समिति ने विस्तृत जांच के बाद निष्कर्ष निकाला कि कुछ छात्र रैगिंग के कृत्य में शामिल थे और दोषी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई प्रस्तावित की। सभी आरोपी छात्रों को छह महीने के लिए छात्रावास से निष्कासित किया जा रहा है साथ ही तीन महीने के लिए (शैक्षणिक) सत्र में भाग लेने से रोक दिया गया है। जुर्माना भी लगाया गया है। सभी को चेतावनी दी गई है कि कोई भी रैगिंग करते हुए पाया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। कॉलेज से भी निष्कासित किया जा सकता है।