सोलन : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा श्रम एवं रोज़गार मन्त्री कर्नल डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि विकसित राष्ट्र के लिए युवाओं का उचित रूप से शिक्षित होना आवश्यक है। डॉ. शांडिल गत सांय सैंट ल्यूक्स सीनियर सैकेंडरी स्कूल सोलन के वार्षिक समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर सोलन के शहीद कैप्टन संजय चौहान की माता श्रीमती निर्मला चौहान को सम्मानित भी किया।
डॉ. शांडिल ने कहा कि शिक्षा हमें प्रत्येक परिस्थिति में धैर्य के साथ आगे बढ़ना सिखाती है। उन्होंने कहा कि महान दार्शनिक अरस्तू ने शिक्षा के विषय में कहा था कि ‘विद्या अच्छे दिनों का गहना और बुरे दिनों का सहारा है।’ उन्होंने कहा कि शिक्षा प्राप्त करने का मुख्य उद्देश्य भी यही है कि शिक्षा के माध्यम से भविष्य को सुरक्षित रखते हुए कठिन समय में अपने लक्ष्य की और निरन्तर आगे बढ़ा जाए।
उन्होंने कहा कि छात्रों के जीवन को आकार देने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका है। अध्यापकों को छात्रों के उत्थान के लिए सदैव प्रयासरत रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि सैंट ल्यूक्स सीनियर सैकेंडरी स्कूल सोलन को देश-विदेश में अच्छी शिक्षा के लिए जाना जाता है। उन्होंने शिक्षा एवं अन्य क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन के लिए विद्यालय प्रबन्धन एवं छात्रों को बधाई दी। उन्होंने आशा जताई कि विद्यालय भविष्य में भी इसी प्रकार छात्रों को बेहतर नागरिक बनाने की दिशा में कार्यरत रहेगा।
डॉ. शांडिल ने छात्रों से आग्रह किया कि नशे से सदैव दूर रहें। उन्होंने इस अवसर पर अपने सैन्य जीवन की स्मृतियां साझा करते हुए आशा जताई कि युवा भारतीय सेना की गौरवशाली परम्परा को सदैव स्मरण रखेंगे। स्वास्थ्य मन्त्री ने इस अवसर पर सैंट ल्यूक्स सीनियर सैकेंडरी स्कूल सोलन के भारी वर्षा से क्षतिग्रस्त मार्ग के निर्माण के लिए अपनी ऐच्छिक निधि से 03 लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित भी किया। विद्यालय के छात्रों द्वारा इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।