धर्मशाला : विश्व प्रसिद्ध वेटलैंड साइट पौंग बांध से प्रवासी पक्षियों के लौटने का सिलसिला शुरू हो चुका है । पौंग बांध जलाशय में इस मर्तबा देश व विदेश के 108 प्रजातियों के परिंदे पाए गए हैं। बात करें परिंदों की संख्या की तो पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष पक्षियों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। हिमाचल प्रदेश में पहली बार एक नई प्रजाति, लंबी पूंछ वाली बत्तख देखी गई और इस वर्ष बोटिंग पॉइंट के पास सुगनारा क्षेत्र से रिपोर्ट की गई है।
विश्व के विभिन्न देशों से सितंबर माह से विदेशी परिंदे पौंग बांध जलाशय का रुख करना शुरू कर देते हैं और फरवरी माह के अंत तक यहां रुखस्त होना शुरू हो जाते हैं।
विश्व प्रसिद्ध वेटलैंड साइट पौंग बांध से प्रवासी पक्षियों के लौटने का सिलसिला शुरू हो चुका है । पौंग बांध जलाशय में इस मर्तबा देश व विदेश के 108 प्रजातियों के परिंदे पाए गए हैं।
वन्य प्राणी विभाग द्वारा इस वर्ष 31 जनवरी 2023 को की गई गणना में इस बार विदेशी परिंदों की संख्या 1 लाख 17 हजार 22 के करीब आंकी गई है, जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 1 लाख 10 हजार 309 के करीब थी।
वहीं प्रजातियों की बात की जाए तो पिछले वर्ष विदेशी व देशी परिंदों की 96 प्रजातियां पाई गई थी, जबकि इस वर्ष इनकी प्रजातियों में वृद्धि दर्ज की गई है। इस वर्ष 108 प्रजातियों के परिंदे पौंग बांध पहुंचे थे, जिनमें 59 प्रजातियों के विदेशी और 29 स्थानीय प्रजातियों के स्थानीय परिंदे थे।
पौंग बांध जलाशय में बार हैडिड गीज प्रजाति के पक्षी अधिक संख्या में आते हैं और इस बार आए विदेशी परिंदों में इनकी संख्या 50 हजार 263 के करीब रही।
सीसीएफ वन्य प्राणी विभाग धर्मशाल उपासना पटियाल का कहना है कि इस वर्ष पौंग बांध जलाशय में पिछले वर्ष की अपेक्षा अधिक संख्या में विदेशी परिंदे पाए गए हैं। पिछले साल के मुकाबले परिंदों की प्रजातियों में भी इजाफा हुआ है, इस वर्ष 108 प्रजातियों के परिंदे पौंग जलाशय में पाए गए हैं, जिनमें 59 प्रजातियां विदेशी व 29 स्थानीय प्रजातियां रही।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पहली बार एक नई प्रजाति, लंबी पूंछ वाली बत्तख देखी गई और इस वर्ष बोटिंग पॉइंट के पास सुगनारा क्षेत्र से रिपोर्ट की गई इस वर्ष के दौरान अन्य प्रमुख प्रजातियां यूरेशियन कूट (13035), नॉर्दर्न पिंटेल (15784), कॉमन टील (6478), कॉमन पोचर्ड (8096), यूरेशियन विजन (1674), लिटिल कॉर्मोरेंट (6565), नॉर्दर्न शोवेलर (1518) हैं और ग्रेट कॉर्मोरेंट (2768) है झील में रिपोर्ट की गई अन्य असामान्य प्रजातियां ग्रेटर व्हाइट-फ्रंटेड गूज, लेसर व्हाइट फ्रंटेड गूज, रेड क्रेस्टेड पोचर्ड, फेरुजिनस पोचर्ड, पाइड एवोसेट, नॉर्दर्न लैपविंग, पेरेग्रीन फाल्कन, कॉमन केस्ट्रेल, यूरेशियन हॉबी, यूरेशियन स्पूनबिल आदि हैं।
मतगणना के दौरान एक्सरसाइज वन रिंग्ड बार-हेडेड गूज भी देखा गया है। उन्होंने कहा कि पौंग बांध जलाशय में तापमान बढ़ोतरी के साथ ही यह विदेशी परिंदे अपने घरों को लौटना शुरू हो जाते हैं।