डेस्क: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने गुरुवार को सैनिकों से चीन की संप्रभुता और क्षेत्र की रक्षा करने के आह्वान को दोहराया। जिनपिंग ने चीनी सैनिकों से एक असली युद्ध की प्लानिंग और उसके जीतने की संभावनाओं को बढ़ाने की योजना पर काम करने को कहा। पूर्वी थिएटर कमांड के दौरे के दौरान शी जिनपिंग ने सैनिकों को संबोधित करते हुए दावा किया कि दुनिया उथल-पुथल और बदलाव के एक नए युग में प्रवेश कर चुकी है और चीन की सुरक्षा स्थिति अधिक अनियमित और अस्पष्ट हो गई है।
चीन का जियांग्सू प्रांत पूर्वी थिएटर कमांड के मुख्यालय के रूप में काम करता है जो ताइवान जलडमरूमध्य और पूर्वी चीन सागर समेत पूरे पूर्वी चीन में सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है। तीसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद शी जिनपिंग ने अपनी सेना को लोहे की दीवार में बदलने और देश की सुरक्षा का आग्रह किया था। उन्होंने इस दौरान इस बात पर जोर दिया था कि चीन को अलगाववादी और ताइवान पर बाहरी हस्तक्षेप को अस्वीकार करना चाहिए।
ताइवान को अपना बताता है चीन
चीन लगातार ताइवान पर अपना दावा करता रहता है। चीन ने अमेरिकी राजनयिकों से विशेष तौर पर ताइवान के नेताओं से बात न करने को कहा था। ऐसा इसलिए क्योंकि चीन किसी भी बातचीत को ताइवान की स्वतंत्रता के समर्थन से जोड़ता है। पिछले साल अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद से चीन ने ताइवान के करीब युद्धाभ्यास किए थे। इस दौरान उसने लाइव फायरिंग और रॉकेट भी दागे थे।
अमेरिकी वित्त मंत्री हैं चीन यात्रा पर
चीन हमेशा कहता रहा है कि अगर उसे जरूरत पड़ी तो वह ताइवान के खिलाफ बल प्रयोग करने को भी तैयार है। 2005 में पारित एक कानून के चलते चीन के पास अब ताइवान के अलग होने या इसकी तैयारी करने पर सेना के इस्तेमाल का अधिकार है। शी जिनपिंग ने यह बातें तब कही है जब अमेरिका की वित्त मंत्री जेनेट येलेन तनाव कम करने के उद्देश्य से चर्चा के लिए चीन पहुंची हैं। शी ने कहा, ‘हमें सैन्य मुद्दों को राजनीतिक दृष्टिकोण से सोचने और संभालने में लगे रहना चाहिए। लड़ने का साहस करना चाहिए और लड़ने में अच्छा होना चाहिए।’