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रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र में दो भाइयों के बीच सियासी जंग, दलित बोर्ड हो सकता है निर्णायक

By Sandhya Kashyap

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संगड़ाह (पूजा कपिला) : रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र में दो भाइयों के बीच चुनावी दंगल होने जा रहा है। इस दंगल में कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी एवं वर्तमान विधायक विनय कुमार तथा भारतीय जनता पार्टी से नारायण सिंह आमने सामने है। इसमें दोनों ही प्रत्याशियों में जहां पर विनय कुमार नारायण सिंह की बुआ के बेटे हैं वहीं पर नारायण सिंह विनय कुमार के मामा एवं उसकी सगी बुआ के पुत्र है।  दोनों प्रत्याशी परस्पर एक दूसरे के रिश्ते में भाई लगते हैं।

    कांग्रेस प्रत्याशी विनय कुमार पिछले 10 वर्षों से रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र में बतौर विधायक सेवाएं दे रहे हैं जबकि गत कांग्रेस सरकार के शासनकाल के दौरान वह मुख्य संसदीय सचिव लोक निर्माण विभाग भी रह चुके हैं।  हालांकि रेणुका जी क्षेत्र को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है लेकिन इस बार दोनों ही प्रत्याशी एक दूसरे के सगे संबंधी होने के साथ – साथ एक ही क्षेत्र के रहने वाले हैं जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी को मिलने वाले मतों में भारी गिरावट आ सकती है। 

वही दूसरी और भाजपा प्रत्याशी को जनजाति क्षेत्र घोषित होने के उपरांत हाटी समुदाय के लोगों का पूरा समर्थन मिल रहा है। दोनो ही प्रत्याशी अपनी-अपनी पार्टी् द्वारा किए गए विकास कार्य को जनता के समक्ष ले जाकर वोट मांग रहे हैं। विधायक विनय कुमार द्वारा अपने कार्यकाल में रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र में चहूमुखी विकास किया है तो भाजपा द्वारा भी क्षेत्र में अनेक विकासात्मक कार्य किए है। उसके साथ गिरीपार क्षेत्र के लोगों की दशको से चली आ रही मांग जनजातीय दर्जा देकर क्षेत्र की जनता को नायाब तोहफा दिया है।

     अब देखना यह है कि गेंद किसके पाले में गिरती है और जनता किसे अपना समर्थन देकर विधानसभा भेजती है।  रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र में इस बार दलित वोट निर्णायक साबित हो सकता है।

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