उत्तराखंड की सियासी हवाओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जादू का पिथौरागढ़ दौरे से प्रवाह होगा। राजनीतिक जानकार पीएम के इस दौरे को सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के साथ 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी से भी जोड़कर देख रहे हैं। पीएम के इस भ्रमण पर राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस की भी निगाह लगी है।
प्रधानमंत्री के हर दौरे की होती है खास रणनीति
सियासी हलकों में यह चर्चा है कि इस लोस सीट पर अपना दबदबा बनाए रखने के लिए भाजपा को तगड़ी मशक्कत करनी पड़ सकती है। ऐसी स्थिति में मोदी मैजिक एक बड़ा फैक्टर है। यह फैक्टर हमेशा से ही विपक्ष की चिंता का बड़ा कारण रहा है। वैसे भी माना जाता है कि प्रधानमंत्री के हर दौरे की पृष्ठभूमि में एक खास रणनीति होती है।
भाजपा की चुनावी राह को सहज बनाने की कोशिश
माना जा रहा है कि अब अगला कदम मानसखंड कॉरिडोर की ओर है। ज्योलिकांग में जाकर पवित्र आदि कैलाश दर्शन व मायावती आश्रम में ध्यान और रात्रि विश्राम से पीएम मोदी तीर्थाटन की एक नई खिड़की खोलेंगे। साथ ही पिथौरागढ़ की जनसभा के जरिये भाजपा की चुनावी राह को सहज बनाने की कोशिश भी करेंगे।