चंडीगढ़ से मुंबई कार्गो का किराया 60 से 70 रुपये प्रति बॉक्स पड़ रहा है, शिमला से चेरी को गाड़ियों के जरिये पेटियों में पैक कर चंडीगढ़ भेजा जा रहा
शिमला: देश के विभिन्न महानगरों के लोग शिमला की चेरी का स्वाद चख रहे हैं। हवाई मार्ग से शिमला की चेरी बाहरी राज्यों तक पहुंच रही है। रोजाना चंडीगढ़ एयरपोर्ट से कार्गो के जरिये 2,000 से 3,000 बॉक्स बाहर भेजे जा रहे हैं। मुंबई और बंगलूरू के अलावा असम के गुवाहाटी, पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी तक शिमला की चेरी पहुंच रही है। जिले के कोटगढ़, भुट्टी, बड़ागांव और मंडी जिले के करसोग छतरी से चेरी शिमला पहुंच रही है। रोजाना आठ से दस हजार बॉक्स की आमद चल रही है। शिमला से चेरी को पिकअप गाड़ियों के जरिये पेटियों में पैक कर चंडीगढ़ भेजा जा रहा है। चंडीगढ़ से मुंबई का कार्गो का किराया 60 से 70 रुपये प्रति बॉक्स पड़ रहा है। ढली मंडी की अनूप फ्रूट कंपनी के संचालक अनुपाल चौहान ने बताया कि डिमांड के आधार पर बाहरी राज्यों और बड़े शहरों को रोजाना कार्गो के जरिये चेरी भेजी जा रही है।
उपज विपणन समिति शिमला और किन्नौर के सचिव देवराज कश्यप ने बताया कि मंडी में इन दिनों रोजाना आठ से 10 हजार बॉक्स चेरी पहुंच रही है। उन्होंने बताया कि चेरी नाजुक फल है। हल्का दबाव पड़ने से चेरी के खराब होने का डर रहता है। चेरी खराब न हो इसके लिए बॉक्स पेटी में पैक किए जाते हैं। एक पेटी में 18 बॉक्स पैक होते हैं। एयरपोर्ट जाने वाली पिकअप में भी क्षमता से कम 50 ही पेटी भेजी जाती है। ताकि दबाव न पड़े।