गुरणू हर्बल चाय 30 रुपये में पांच पाउच के अलावा प्रति किलो 500 रुपये में मिलती है, पांगी हिल्स ट्राइबल मार्ट ने हर्बल चाय को नई ख्याति दिलाने के लिए अपने स्तर पर प्रयास शुरू किए हैं
चंबा जिले के जनजातीय क्षेत्र पांगी में पाई जाने वाली गुरणू हर्बल चाय की चुस्कियां दुबई और कजाकिस्तान के लोग भी लेंगे। पेट की बीमारियों के लिए रामबाण मानी जाने वाली औषधीय गुणों से भरपूर गुरणू हर्बल चाय की विदेशों से भी मांग आने लगी है। इससे कबायली क्षेत्र के स्थानीय उत्पाद को देश के साथ विदेशों में भी पहचान मिलेगी। औषधीय गुणों से भरपूर हर्बल चाय का उपयोग कर लोग स्वास्थ्य लाभ भी ले रहे हैं। गुरणू हर्बल चाय 30 रुपये में पांच पाउच के अलावा प्रति किलो 500 रुपये में भी मिलती है। पांगी हिल्स ट्राइबल मार्ट ने हर्बल चाय को नई ख्याति दिलाने के लिए अपने स्तर पर प्रयास शुरू किए हैं।
विभिन्न महानगरों बंगलूरू, गुजरात, कोलकाता, हरियाणा और दिल्ली समेत पूरे भारतवर्ष में पांगी की हर्बल चाय ने विशेष पहचान बनाई है। अब पांगी हिल्स ट्राइबल मार्ट इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में जुटी है। इसे ऑनलाइन मार्केटिंग के जरिये बाजार में उतारा गया है। इसके लिए बाकायदा वेबसाइट और पोर्टल तैयार किया गया है। www.pangihills.com पर विदेशों से भी लोग अपनी मांग भेज रहे हैं। दिल्ली में वर्ष 2021 में हुए अंतरराष्ट्रीय ट्रेड फेयर में भी इसे अधिक सहयोग मिला। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर चंबा प्रवास के दौरान पांगी हिल्स ट्राइबल मार्ट में पहुंचे थे। उन्होंने जनजातीय क्षेत्र के उत्पादों को देश-विदेश में पहुंचाने के लिए प्रोत्साहित कर उनका मनोबल बढ़ाया। उधर, पांगी हिल्स ट्राइबल मार्ट के संयोजक डॉ. हरीश शर्मा ने बताया कि पांगी के उत्पादों को नया प्लेटफार्म देना लक्ष्य है। इन उत्पादों को देश-दुनिया तक पहुंचाने के लिए प्रयास जारी हैं।