Paris Olympic में भारत ने एक शानदार शुरुआत कर चुकी है। भारतीय महिला तीरंदाजी टीम ने सीधे क्वार्टर-फाइनल (Quarter Final).में जगह बना ली है। अंकिता भगत, भजन कौर, और दीपिका कुमारी ने मिलकर कुल 1983 अंक प्राप्त किए और टीम को चौथे स्थान पर पहुंचाया। बंगाल की अंकिता भगत व्यक्तिगत रैंकिंग में 11वें स्थान पर रही।
ओलंपिक का आधिकारिक उद्घाटन 26 जुलाई को होना है, लेकिन तीरंदाजी की प्रतियोगिताएं पहले ही शुरू हो गईं। भारतीय महिलाओं ने एक प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए क्वालिफाइंग राउंड में अपनी जगह पक्की कर ली। उन्होंने 11 बार सटीक निशाना लगाते हुए 10 पॉइंट रेंज में 83 बार निशाना साधा। कोरिया की टीम 2046 अंकों के साथ पहले स्थान पर रही, जबकि चीन और मैक्सिको दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। शीर्ष चार टीमों ने सीधे क्वार्टर-फाइनल में जगह बनाई।
अंकिता भगत भारत की शीर्ष प्रदर्शनकर्ता रहीं, जिन्होंने 666 अंक प्राप्त किए और 11वें स्थान पर रहीं। भजन कौर ने 659 अंक प्राप्त किए और 22वें स्थान पर रहीं, जबकि दीपिका कुमारी ने 658 अंक प्राप्त किए और 23वें स्थान पर रहीं। कोरिया की ह्येओन लिम ने 694 अंकों के साथ नया रिकॉर्ड स्थापित किया और शीर्ष स्थान प्राप्त किया। भारतीय तीरंदाजी टीम के इस मजबूत प्रदर्शन ने ओलंपिक के बाकी कार्यक्रमों के लिए एक सकारात्मक माहौल बना दिया है।
भारतीय तीरंदाजी टीम का प्रदर्शन वाकई काबिल-ए-तारीफ है। अंकिता भगत, भजन कौर, और दीपिका कुमारी ने मिलकर टीम को क्वार्टर-फाइनल तक पहुंचाया। यह पहली बार नहीं है कि भारतीय तीरंदाजी टीम ने ओलंपिक में इतना शानदार प्रदर्शन किया हो। पहले भी भारतीय तीरंदाजों ने विश्व स्तर पर अपनी छाप छोड़ी है। अंकिता भगत ने 666 अंकों के साथ भारत के लिए सबसे अधिक अंक प्राप्त किए। भजन कौर और दीपिका कुमारी ने भी अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। कोरिया की ह्येओन लिम ने 694 अंकों के साथ एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया, लेकिन भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी किसी से कम नहीं था।
भारतीय तीरंदाजी टीम ने पेरिस ओलंपिक के लिए कड़ी मेहनत और समर्पण से तैयारी की है। उनके कोच और सपोर्ट स्टाफ ने भी खिलाड़ियों को मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारतीय तीरंदाजों की यह सफलता उनकी कठिन मेहनत और समर्पण का परिणाम है। अब क्वार्टर-फाइनल में भारतीय तीरंदाजी टीम का सामना अन्य शीर्ष टीमों से होगा। उनके इस प्रदर्शन ने उन्हें आगे के मुकाबलों के लिए भी आत्मविश्वास दिया है। उम्मीद है कि भारतीय तीरंदाजी टीम अपने प्रदर्शन को और बेहतर करेगी और देश को गौरवान्वित करेगी।