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पांवटा साहिबः आचार्य प्रकाशानंद जी महाराज के प्रवचनों को सुनने उमड़ा भक्तों का तांता

By Alka Tiwari

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संजीव कपूर, पांवटा साहिबः सिरमौर जिले के गिरी पार क्षेत्र के ब्रह्मलीन श्री श्री 1008 ढोली ढांग आश्रम में 21 सितम्बर से भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है जिसमें समूचा गिरिपार क्षेत्र इसी आश्रम के शिष्य आचार्य प्रकाशानंद जी महाराज की मधुर वाणी के सुंदर प्रवचनों से भक्तिमय हो रहा है। पूज्य श्री ब्रह्मलीन पूर्णानंद 1008 ढोली ढांग आश्रम में आज स्वामी जी ने छठे दिन नरसिंह अवतार का बखान किया ।

21 सितम्बर से भागवत कथा का रसपान कर रहे भक्त

आज की कथा में सम्पूर्ण गिरिपार, आंज भोज क्षेत्र के अलावा हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, एव समूचे सिरमौर,शिमला, जौनसार बाबर के लोग भागवत कथा को सुनने पहुँचे। आचार्य प्रकाशानंद जी महाराज के प्रवचनों मे इतना मीठापन है कि उनको सुनने प्रतिदिन हजारों भक्तों का तांता लगा रहा हैं। आश्रम की समिति ने भक्तों के आने जाने के लिये गाड़ियों की सुविधा निशुल्क उपलब्ध करवाई है। जिससे भरली से आश्रम के लिए सभी बसों के टाइम पर आश्रम तक गाड़ी की सुविधा भी शामिल है।

भागवत कथा सुनने मात्र से कलयुग में मोक्ष की प्राप्ति- आचार्य प्रकाशानंद

आज की भागवत कथा में आचार्य जी ने भक्तों को समझाया कि भागवत कथा सुनने मात्र से कलयुग में मोक्ष को प्राप्त किया जा सकता है उसके लिए नित-निरंतर भागवत कथा का रसपान करना चाहिए।आज उन्होंने नरसिंह अवतार,मत्सय अवतार की कथा सुनाकर भक्तों को निहाल किया। उन्होंने बताया कि आज के समय से गोवंश खतरे में है। वो सड़कों पर गंदगी खा रही है हमने उसे दूध पीकर शोटा मारकर बाहर कर दिया है। ऐसा ही आजकल घर के बुजुर्गों के साथ हो रहा है। उन्होंने गऊ धन को माँ के सामान माना।

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गुरुदेव ब्रह्मलीन पूर्णानन्द जी महाराज के चरणों में बचपन से ही दे रहे हैं सेवा

बता दें कि आचार्य प्रकाशानंद जी महाराज इसी आश्रम मे परम पूज्य गुरुदेव ब्रह्मलीन पूर्णानन्द जी महाराज के चरणों में बचपन से ही सेवा दे रहे हैं। उन्होंने यहां गाय सेवा,भोजन सेवा केअलावा गुरु की सेवा की है। उन्होंने इसी आश्रम के अभी के वर्तमान गुरु गद्दी के उत्तराधिकारी ब्रह्मचारी श्री श्यामानंद जी महाराज के साथ आश्रम की गायों के लिए अपनी पीठ पर चारा ढोने का काम किया है।।उसके बाद उन्होंने बृंदाबन से आचार्य की शिक्षा ग्रहण की।

वेदव्यासजी की भागवत कथा का पाठ करते हैं

उन्होंने गुरूवाला में यमुना घाट अपना आश्रम बनाया है। आजकल वेदव्यासजी की भागवत कथा का पाठ करते हैं।वर्तमान समय उत्तर भारत में भागवत कथा पड़ने में तेज़ी से उभर रहे हैं। इनको यूटयूबपर प्रकाश चैतन्य से ढूंढा जा सकता है।अभी तक यह आध्यात्मिक चैनलों मे यह उत्तर भारत में यह सबसे ज्यादा सर्च करने वाला चैनल बन गया है।

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