Paonta Sahib : बाग़वानी उपनिदेशक संतोष बक्शी बोले पानी देना बाग़वानी विभाग का काम नही
सिरमौर जनपद Paonta Sahib के गिरिपार क्षेत्र में चंदेला गांव में शिवा प्रोजेक्ट के माध्यम से 80 बीघा में फैले लगभग 7000 अमरूद के बगीचे सूखने के कगार पर है। आज मौके पर पहुंचे बागवानी विभाग की टीम यहां पहुँची तो उन्होंने दो टूक शब्दों में किसानों को कह दिया कि पानी देना बागवानी विभाग का काम नहीं है। उन्होंने जल शक्ति विभाग को पानी देने का काम दिया हुआ है। पिछले तकरीबन दो सालों से दोनों विभाग आपस पानी की व्यवस्था करने के लिए तालमेल बिठाने में नाकामयाब हुए हैं।
विभाग के आला अधिकारी मौके पर आकर भी अपना पल्ला जल शक्ति विभाग पर झाड़ते नजर आए हैं। विभाग की इस लापरवाही ओर अपनी बातों को कागचों तक सीमित रखने के कारण इस क्लस्टर में तकरीबन 1500 पौधे सुख गए हैं। अभी और भी पेड से सुख सकते हैं चूंकि इस बार भी पानी की सुचारू व्यवस्था के लिए एक साल का लंबा वक्त दे कर चला गया है।
Paonta Sahib : किसानों का आरोप
किसानों का आरोप है कि जब विभाग के पास पौधे के सरंक्षण के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित नही हुई थी तो आखिर किस मजबूरी में विभाग ने यहां पेड़ लगवा दिए। मौके पर कोई भी किसान विभाग की दलीलों से संतुष्ट नजर नहीं आए हैं। तकरीबन पिछले दो सालों से हर बार विभाग इन किसानों को दलील और मौके पर फ़ोटो खिंचवा कर चले जाते हैं।
बीते वर्ष भी किसानों ने आला अधिकारियों को चेताया दिया था कि अभी तक उन्होंने पीठ पर पानी ढो कर मासूम पौधों की जान बचा ली है परंतु इन गर्मियों में अगर विभाग ने अपना पानी की सुचारू व्यवस्था नहीं की तो वो इन गर्मियों में पौधों की जान नही बचा पाएंगे। जब इस प्रोजेक्ट को लगाया गया था तो विभाग ने उनको हर पौधे तक पानी देने का वादा किया था। बशर्ते किसान अपना कोई सोर्स उपलब्ध करवाए। किसानों ने पानी के सोर्स को भारी क़ीमत देकर विभाग को दिया। बावजूद इसके आज तक भी विभाग पानी की सुंचारु व्यवस्था के लिए अभी तक स्टोर टैंक नही कर पाया है।
किसानों की मानें तो जल शक्ति विभाग को एशियन डेवलोपमेन्ट बैंक का तकरीबन 800 करोड़ रुपए जलशक्ति विभाग सिंचाई की व्यवस्था के लिए जा चुका है। अब पैसा कहाँ हैं हिमाचल में किस किस कलस्टर पर लगा है समझ के परे है।
किसानों में बुद्धि प्रकाश शर्मा ,चमन लाल शर्मा, ग्यान चंद शर्मा, जयदीप शर्मा, , सत्य प्रकाश शर्मा, भ्रम दत्त शर्मा, मनोज शर्मा, दिनेश शर्मा ने आरोप लगाया कि जब कृषि विभाग को अपना पल्ला जल शक्ति विभाग पर ही झड़ना ही था तो पेड़ लगाने से पहले बता देना चाहिए था।
गौरतलब है कि Paonta Sahib गिरिपार क्षेत्र के चंदेला गाँव में बागवानी विभाग ने शिवा प्रोजेक्ट्स के तहत अमरूद के बगीचे लगवाए थे। जिसमें विभाग ने हर पौधे तक ड्रिप सिस्टम से पानी देने ओर उचित रख रखाव, विपणन और जंगली जानवरों से बचने के लिए सोलर फैंसिंग बाढ़ लगाने की बात कही गई थी। जो अब निरंतर देख रेख ना होने के कारण टूट रही है। जिस कारण जंगली जानवर बगीचे को बर्बाद कर रहे हैं।
Paonta Sahib : बागवानी विभाग के उप निदेशक संतोष बक्शी
उधर इस मामले पर मौके पर पहुंचे बागवानी विभाग के उप निदेशक संतोष बक्शी ने बताया कि उन्होंने सिंचाई विभाग को पानी की सुचारू व्यवस्था के लिए बता दिया है। अगले वर्ष 31 मई 2025 तक ही पानी की व्यवस्था हो पायेगी और उसके लिए भी वो लिखित आश्वासन नहीं दे सकते।
Paonta Sahib : जल शक्ति विभाग अधिशाषी अभियंता जितेन्द्र ठाकुर
उधर जल शक्ति विभाग अधिशाषी अभियंता जितेन्द्र ठाकुर से इस बारे में बात की तो उन्होंने इस स्कीम की जानकारी के विषय में असमर्थता जताई और ओर कहा कि अभी मैं संबंधित अधिकारियों से इसकी जानकारी प्राप्त करूँगा। अगर बजट होगा तो निर्माण कार्य पूरा कर दिया जाएगा।