Paonta Sahib : रेणुका के दनोई हादसे के बाद भी नहीं लिया सबक
Paonta Sahib क्षेत्र से गिरिपार की 17 पंचायतों की एकमात्र जोड़ने वाले बांगरण गिरी पुल की सुरक्षा इन दिनों दाव पर है। यह पुल अपनी क्षमता से लगभग 4 गुणा माल सहन कर रहा है। अब भारी वजनीमाल ढोने वालों के साहस इतने बढ गए हैं कि उन्होंने पुल पर नौ टन भार उठाने की क्षमता वाला बोर्ड को तोड़ कर नीचे गिरा कर उल्टा कर दिया है ताकि चेतावनी को पढ़ा ना जा सके।
इस पुल पर 30-40 टन से अधिक वजन के भारी नजदीकी स्टोन क्रशर, नज़दीकी फ़ैक्टरियों के मालवाहक वाहन गुजर रहे हैं। जिससे इस पुल के जल्द ही ढह जाने का खतरा निरन्तर बना हुआ है।
सबसे विकट स्थिति तो उस समय दिखाई देती है जब दो से तीन भारी वाहन एक साथ पुल के ऊपर से गुजरते हैं। बड़े – बड़े ट्राले रात के अंधेरे का ज्यादा फायदा उठाते हैं। संबंधित विभाग का कोई भी अधिकारी इस पर कोई भी कार्यवाही करता नजर नहीं आता। अब हालात यह है कि यह पुल कभी भी गिरकर किसी बड़े हादसे को अंजाम दे सकता है।
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यहां तक की यह पुल अपनी 50 वर्ष की आयु भी पूरी कर चुका है जिससे इस पुल की हालत जर्जर हो चुकी है। उसके बावजूद भी जर्जर हो चुके पुल से भारी मालवाहक वाहन बेरोकटोक गुजर जाते हैं। जिसको लेकर जिला प्रशासन सहित सभी विभाग आंखें मूंदे बैठे हुए हैं।
विभाग को टेबल के नीचे से मोटी कमाई हो रही है यही कारण है कि संबंधित विभाग ने आज तक इन बड़े-बड़े ट्रालों को रोकने का प्रयास की नहीं किया। हालांकि बीते वर्ष 24 अप्रैल 2023 को इस पुल पर लग लगभग 1 करोड़ रुपये की लागत से मुरम्मत कार्य हुआ था जो लगभग एक महीने में संपूर्ण हुआ था।
Paonta Sahib विधानसभा क्षेत्र को गिरिपार की धारा से जोड़ने वाले 50 वर्ष पुराने गिरी पुल की क्षमता आज भी बोर्ड पर मुरम्मत के बाद भी नौ टन पर ही लिखी हुई थी जिसको तोड़ दिया गया है। जिसके कारण अधिक वजन के मालवाहक वाहन सरपट दौड़ रहे हैं। जिससे पुल के ढह जाने का खतरा लगातार बना हुआ है। जो इन 17 पंचायतों को के संपर्क को क्षण भर मे तोड़ देगा।
Paonta Sahib क्षेत्र के लोगों की मानें जब इस पुल पर क्षमता से चौगुना भार वाले ट्रालों को इज़ाजत दी गई है तो विभाग अभी तक लोक विभाग ने नये गिरी पुल के निर्माण को लेकर भी गम्भीर नहीं हुआ है ।क्या प्रसाशन भविष्य में किसी हादसे का इंतज़ार कर रहा है।
समाजसेवी नत्थू राम चौहान ने दी प्रतिक्रिया
नए गिरीपुल के निर्माण को लेकर समाजसेवी नत्थू राम चौहान ने कहा कि पुराना गिरी पुल कि 50 वर्ष की अपनी आयु पूरी कर चुका है। उसके बाद जाकर कहीं इस पुल का मुरम्मत कार्य हुआ था लेकिन नौ टन तक के वजन तक पर्याप्त पुल को तोड़ देना सीधे प्रशासन को चुनौती है। पुल पर चेतावनी बोर्ड के बावजूद भी इस पुल से 30 टन से अधिक वजन के बडे व भारी मालवाहक वहां गुजर रहे थे अब बोर्ड न होने पर मालवाहकों के हौसले और बुलंद होंगे। जिसे रोकना प्रशासन संबंधित विभागों का काम है जो कि मूक दर्शक बने हुए हैं।
Paonta Sahib एसडीएम गुंजीत सिंह चीमा ने इस मामले में बताया कि गिरीपुल की सुरक्षा हमारा दायित्व है। इसकी सुरक्षा को लेकर ट्रांसपोर्टरों व खनन व्यवसायियों, स्टोन क्रशर मालिकों को सावधान किया जाएगा। चेतावनी बोर्ड को तोड़ने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी। जल्द ही वहाँ पुलिस की टुकड़ी तैनात की जायेगी ताकि गिरी पुल से गुजरने वाले क्षमता से अधिक मालवाहक वाहनों पर कार्रवाई अमल में लाई जा सके। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि पुल के ऊपर से एक समय में एक ही भारी वाहन गुजरे जिससे कि किसी बडे खतरे से बचा जा सके।