बीजिंग: चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 14 जून को दोपहर बाद जन वृहद भवन में चीन की राजकीय यात्रा कर रहे फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास के साथ वार्ता की। जिनपिंग ने अब्बास की फिर एक बार चीन यात्रा का स्वागत किया। जिनपिंग ने कहा कि पिछले साल के अंत में सऊदी अरब के रियाद में दोनों नेताओं ने एक साथ पहले चीन-अरब देशों के शिखर सम्मेलन में भाग लिया था।
अब इस साल अब्बास से मुलाकात करके उन्हें काफी अच्छा लग रहा है। जिनपिंग ने बताया कि अब्बास ने उन्हें मार्च में चिट्ठी भेजकर तीसरी बार राष्ट्रपति बनने की बधाई दी थी। जिनपिंग ने इसके लिए अब्बास का धन्यवाद दिया। जिनपिंग ने इसके साथ ही कहा कि अब्बास इस साल चीन की यात्रा करने वाले अरब देश के पहले नेता बन गए हैं। इससे साफ है कि चीन-फलस्तीन संबंध एक उच्च स्तर पर पहुंच गए हैं।
जिनपिंग ने बल देकर कहा कि चीन और फलस्तीन आपसी विश्वास करने और आपसी समर्थन देने वाले अच्छे दोस्त और अच्छे साझेदार हैं। चीन फलस्तीन मुक्ति संगठन और फलस्तीन राज्य को मान्यता देने वाले पहले देशों में से एक है। जिनपिंग के मुताबिक चीन हमेशा के लिए फलस्तीन की जनता को अपने वैध राष्ट्रीय अधिकारों की बहाली का समर्थन देता है।
उनका कहना था कि दुनिया में बड़े बदलाव और मध्यपूर्व की स्थिति में मौजूद नए परिवर्तन के सामने चीन फलस्तीन के साथ समन्वय और सहयोग को मजबूत करना चाहता है। साथ ही फलस्तीन मामले का जल्द ही व्यापक, निष्पक्ष और स्थाई समाधान को बढ़ावा देना चाहता है। दोनों नेताओं ने एक साथ चीन और फलस्तीन के बीच रणनीतिक साझेदार संबंधों की स्थापना करने की घोषणा की।
यह दोनों देशों के संबंधों के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बनेगा। चीन इस मौके से लाभ उठाकर फलस्तीन के साथ व्यापक रूप से विभिन्न क्षेत्रों के मैत्रीपूर्ण सहयोग को बढ़ावा देना चाहता है। राष्ट्रपति अब्बास तीन दिवसीय दौरे पर बीजिंग पहुंचे हैं। बीजिंग में ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में पूरे सैन्य सम्मान के साथ फिलिस्तीनी नेता का स्वागत किया गया।