शिमला : जनवादी नौजवान सभा व एसएफआई कार्यकर्ताओं ने संयुक्त रूप से बढ़ती बेरोजगारी, भर्तियों में भ्रष्टाचार व पीटीए फंड की लूट के खिलाफ विधानसभा का घेराव किया। विधानसभा के घेराव से पूर्व प्रदेश भर से युवा और छात्र शिमला पंचायत भवन में इकट्ठे हुए। पंचायत भवन से सरकार के खिलाफ नारों के साथ जुलूस शुरू हुआ और विधानसभा पहुंचा। इस दौरान नौजवान सभा के राज्य उपाध्यक्ष महेंद्र राणा, राज्य अध्यक्ष सुरेश सरवाल, एसएफआई अखिल भारतीय सह सचिव पुनीत दिनित धेनटा, राज्य अध्यक्ष रमन थारटा, राज्य सचिव अमित कुमार और शिमला जिला अध्यक्ष अनिल कुमार ने जुलूस को संबोधित करते हुए प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली की कड़े शब्दों में निंदा की।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। हिमाचल प्रदेश देशभर में पढ़े-लिखों का सबसे ज्यादा बेरोजगारी वाला राज्य बन गया है। देश की बेरोजगारी दर 7.3 प्रतिशत है जबकि हिमाचल प्रदेश की बेरोजगारी दर 20.3 प्रतिशत है। हिमाचल प्रदेश में जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई है, लगातार बेरोजगारी बढ़ रही है। एक भी भर्ती सरकार की सफल नहीं हुई है। जिन भर्तियों को सरकार ने करवाया है, उनमें या तो प्रश्न पत्र लीक हुआ है या तमाम मामले न्यायालय में फंसे हैं। सरकार की आऊटसोर्स के माध्यम से बैक डोर एंट्री करने की कोशिश की जा रही है, पैराफिटर, पलम्बर व मल्टीपर्पज वर्कर की भर्तियों में लगातार धांधलियां हो रही हैं। विधानसभा के बाहर एसएफआई व नौजवान सभा के कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए काफी उग्र हो गए। इस दौरान कार्यकर्ता बैरिकेड के ऊपर चढ़ने लगे। इस दौरान पुलिस कर्मियों ने उन्हें बैरिकेड के ऊपर चढ़ने वाले कार्यकर्ताओं के साथ धक्का-मुक्की की।
विधानसभा घेराव को लेकर निकाली गई रैली के दौरान ओल्ड बस स्टैंड से लेकर 103 टनल तक गाडिय़ों का लंबा जाम लगा रहा। यह जाम सुबह 12 बजे के बाद लगना शुरू हुआ जब नौजवान सभा व एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने पंचायत भवन से विधानसभा घेराव के लिए रैली निकाली। रैली के दौरान पुलिस के कर्मचारी जगह-जगह जाम हटाने के लिए खड़े थे, मगर रैली के दौरान ट्रैफिक वन-वे हो गया था।