धर्मशाला : प्रदेश की चौदहवीं विधानसभा के शीत सत्र के तीसरे व अंतिम दिन शुक्रवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में बोलने का अवसर नहीं देने पर विपक्ष ने सदन से वाकआउट कर दिया।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के सदन में नहीं होने पर विपिन सिंह परमार ने भाजपा विधायक दल का नेतृत्व किया। सदन में विधानसभा अध्यक्ष ने किस सदस्य को बोलना है, इस पर अपने विशेषाधिकार का इस्तेमाल करने की बात की तो भाजपा विधायक दल ने तानाशाही का आरोप लगाते हुए नारेबाजी शुरू की और वाकआउट किया।
विपक्ष के सदस्यों ने अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में बोलने का अवसर नहीं देने का विरोध किया। इससे पहले सदन में जमकर हंगामा हुआ।
स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने भोरंज के कांग्रेस विधायक सुरेश कुमार को चर्चा में वक्तव्य देने वाला अंतिम सदस्य बताया तो इस पर सदन में हंगामा हो गया। स्पीकर बोले -सुबह बोलने की सूची आई थी। उस हिसाब से नए सदस्य को बोलने का मौका दिया गया। लेकिन इसके बाद नोकझोंक बढ़ती ही रही। विपक्ष के नहीं लौटने पर निर्धारित समयानुसार सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।